नई दिल्ली : पर्यटन विभाग ने इस बार केदारनाथ, बदरीनाथ सहित चारों धामों में दर्शन के लिए प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा कर दिया है। पिछली बार चारधाम यात्रा में रिकार्ड श्रद्धालुओं के पहुंचने से विभाग ने यह फैसला लिया है। पर्यटन विभाग ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इस प्रस्ताव पर 21 फरवरी को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में फैसला लिया जाएगा।
अभी दो धामों के लिए पंजीकरण पर्यटन विभाग ने बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के लिए ही 21 फरवरी से आनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू का फैसला लिया है। लेकिन अभी केदारनाथ के लिए प्रतिदिन नौ हजार और बदरीनाथ के लिए 10 हजार श्रद्धालु ही प्रतिदिन पंजीकरण करा सकेंगे। पहले नवरात्र को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का समय तय होते ही चारों धामों के लिए पूरी संख्या में पंजीकरण शुरू हो जाएंगे।
नवरात्र में तय होगा गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का समय: श्री पांच मंदिर समिति गंगोत्री धाम के संयुक्त सचिव राजेश सेमवाल ने बताया कि दोनों धामों के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खुलते हैं। धाम किस समय खुलेंगे, ये पहले नवरात्र को तय होगा। कई बार अक्षय तृतीया का समय दोपहर 12 बजे के बाद एक, दो बजे के बाद होने पर कपाट अगले दिन सुबह भी खुलते हैं। चार तरीकों से होगा पंजीकरण: यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को चार तरीके से पंजीकरण का विकल्प मिलेगा। वेबसाइट registration andtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करा सकेंगे। व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर पंजीकरण का विकल्प रहेगा। इसके साथ ही टोल फ्री नंबर 01351364 के साथ मोबाइल फोन की एप touristcare uttarakhand को डाउनलोड कर भी पंजीकरण कराया जा सकेगा।
केदारनाथ धाम हेलीसेवा के लिए टेंडर मांगे: उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (उकाडा) ने केदारनाथ हेलीसेवा संचालित करने के लिए 28 फरवरी तक ऑनलाइन टेंडर मांगे हैं। प्राधिकरण ने इस बार किराए में बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया है, बढ़ा हुआ किराया अगले तीन साल साल तक प्रभावी रहेगा। टेंडर की शर्तों के मुताबिक, यात्रा सीजन के दौरान केदारनाथ के लिए गुप्तकाशी से दो, फाटा से चार और सिरसी से तीन हेलीपैड के जरिए हेलीसेवा संचालित की जाएगी।
बदरीनाथ धाम में प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 15 हजार से बढ़ाकर 18000 कर दी गई है, 15000 श्रद्धालु अब रोज केदारनाथ धाम में दर्शन कर सकेंगे, पहले 12 हजार तक श्रद्धालुओं की संख्या सीमित थी। गंगोत्री धाम में प्रतिदिन दर्शन करने की संख्या 7 हजार से बढ़ाकर अब 9000 प्रतिदिन कर दी गई है, जबकि 5500 श्रद्धालु रोज यमुनोत्री धाम में दर्शन कर सकेंगे, इससे पहले यह संख्या महज चार हजार थी।चारधाम यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ने की संभावना है। धामों की वहन क्षमता को देखते हुए ही संख्या तय की जा रही है। 21 फरवरी को सीएम की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में संख्या पूरी तरह फाइनल कर दी जाएगी।