PM के इंटरव्यू पर राहुल गांधी का वार, बोले- इलेक्टोरल बॉन्ड दुनिया की सबसे बड़ी वसूली योजना; मोदी इसके मास्टरमाइंड
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को लोगों को आश्वासन दिया कि यदि कांग्रेस सत्ता में आई तो नागरिकता जाति, धर्म या भाषा के आधार पर नहीं, बल्कि भारत की अवधारणा के सिद्धांत के आधार पर निर्धारित की जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का काम भारत के संविधान और लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा करना है। उन्होंने यहां संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की एक विशाल चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान प्रत्येक भारतीय के अधिकारों की रक्षा करता है, चाहे उसका धर्म कुछ भी हो, वह किसी भी राज्य से संबंध रखता हो, कोई भी भाषा बोलता हो और वह जिस भी संस्कृति का हिस्सा हो। गांधी ने कहा, ‘‘हम कभी भी जाति, धर्म या भाषा के आधार पर नागरिकता निर्धारित नहीं करेंगे। हम भारत की अवधारणा के आधार पर नागरिकता तय करेंगे, इसके अलावा और कुछ नहीं।”
उन्होंने यहां एकत्र सैकड़ों यूडीएफ कार्यकर्ताओं सहित लोगों की भीड़ से कहा कि जाति, धर्म, भाषा या उम्र की परवाह किए बिना इस देश की हर एक आवाज की रक्षा करना कांग्रेस का ‘‘पवित्र कर्तव्य” है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा, ‘‘यह दुख की बात है” कि प्रधानमंत्री भारत के स्वभाव को नहीं समझते। उन्होंने कहा, ‘‘वह नहीं समझते कि हमारी विविध भाषाएं, परंपराएं और धर्म हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं। वह यह नहीं देख सकते कि इन विविध दृष्टिकोणों से सबसे खूबसूरत नजरिया मिलता है। उनके लिए यह देखना मुश्किल है क्योंकि उनकी एकमात्र चाहत सत्ता में बने रहना है।”
गांधी ने चुनावी बॉण्ड पर मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि इसे राजनीतिक व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए लाया गया था, लेकिन उच्चतम न्यायालय ने इस योजना को अवैध करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और सरकार ने चंदा देने वाली कंपनियों के नाम और चंदा देने की तारीखों को सामने आने से रोकने के लिए हर संभव कोशिश की। गांधी ने कहा, ‘‘यह (चुनावी बॉण्ड) धरती पर जबरन वसूली का सबसे बड़ा गिरोह है। यह भारत के लोगों से चोरी करने का एक तरीका है और इसका आयोजन एवं परिकल्पना स्वंय प्रधानमंत्री द्वारा की गई है।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का अभियान देश का पूरा पैसा लेकर 20-25 कारोबारियों को देना है।
गांधी ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर भी निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मेरा सवाल यह है कि भाजपा केरल के मुख्यमंत्री पर हमला क्यों नहीं कर रही। वे उनका घर, उनका मुख्यमंत्री पद क्यों नहीं छीन रहे, उनके खिलाफ अदालती मामले क्यों नहीं चला रहे या ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) से उनकी पूछताछ क्यों नहीं करवा रहे? आखिरकार आज दो मुख्यमंत्री जेल में हैं।”
उन्होंने यह भी जानना चाहा कि मुख्यमंत्री उन्हीं पर हर समय निशाना क्यों साध रहे हैं जबकि भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) संविधान को नष्ट कर रही है, लोकतंत्र पर हमला कर रही है, संस्थानों को नष्ट कर रही है और देश को विभाजित कर रही है। गांधी ने कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं कि वे मुझ पर हमला कर रहे हैं, लेकिन उन्हें भाजपा, आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) या मोदी पर हमला करने के लिए भी थोड़ा समय देना चाहिए।”