जयपुर : कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ अब इस समय महाराष्ट्र में है, इसी बीच राहुल गांधी द्वारा वीर सावरकर पर दिए बयान के बाद उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई है और उनका विरोध भी रहा है।
आपको बता दें कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ महाराष्ट्र में है। राहुल की इस यात्रा में कांग्रेस कई बड़े नेता शामिल हो रहे हैं, इसी बीच गुजरात चुनाव के प्रचार की भी राहुल गांधी के पास जिम्मेदारी है।
इससे पहले ही अटकलें लगाई जाने लगी हैं की राज्य में यात्रा के रास्ते पर तनातनी हो सकती है। कहा जा रहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का समर्थक खेमा चाहता है कि यात्रा के मार्ग में बदलाव किया जाए। फिलहाल, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में निकले यात्री महाराष्ट्र पड़ाव पर हैं।
मीडिया खबरों की माने तो राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा कोटा, दौसा, अलवर के जरिए रास्ता तय करेगी। अब मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुछ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यात्रा उत्तर प्रदेश पहुंचने से पहले झालावाड़, कोटा, टोंक, दौसा और अलवर क्षेत्रों से निकलेगी। इनमें से कुछ जिले राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के गढ़ माने जाते हैं। पार्टी हलकों में चर्चा है कि गहलोत कैंप चाहता है कि यात्रा अलग रास्ते से गुजरे। राजस्थान में कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने प्रदेश की जिम्मेदारियों से दूरी बना ली है। उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने इस फैसल के पीछे राजस्थान में 25 सितंबर को हुए सियासी घटनाक्रम का हवाला दिया है। स्तर पर यह पहली चुनौती है।
दूसरी वजह यह भी बताई जा रही है कि भारत जोड़ो यात्रा को राजस्थान में इस वजह से भी विरोध झेलना पड़ सकता है, क्योंकि यहां गुर्जर आरक्षण आंदोलन के प्रमुख विजय सिंह बैंसला ने मांगों को पूरा नहीं करने पर यात्रा को राज्य में नहीं घुसने की चेतावनी दी है। वहीं भर्ती को लेकर बेरोजगार भी लगातार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हैं। यात्रा से पहले राज्य में 5 ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें यात्रा को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
सितंबर में राजस्थान के विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। इसके लिए पर्यवेक्षक के तौर पर माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे पहुंचे थे। उस दौरान गहलोत समर्थक कहे जा रहे विधायकों ने अलग ही बैठक बुला ली थी।
कहा जा रहा था कि दिल्ली से जयपुर पहुंचे दोनों नेता विधायकों की बाट जोहते रहे, लेकिन बैठक नहीं हो सकी। कांग्रेस ने इसके खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही थी और तीन विधायकों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भी जारी किए थे। कहा जा रहा है कि करीब दो महीने का समय गुजरने के बाद भी तीन विधायकों पर कार्रवाई नहीं होने और मुख्यमंत्री चेहरे पर कोई फैसला नहीं होना भी माकन के इस्तीफे की वजह हो सकता है।
दूसरी ओर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में ब्रेक के दौरान गुजरात का दौरा करेंगे! गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होना है। कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में देशभर में 3570 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है। 20 नवंबर को यात्रा मध्यप्रदेश पहुंचेगी, हालांकि उनकी मप्र यात्रा में कुछ बदलाव भी किया गया है। अभी मिली जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी 21 और 22 नवंबर को गुजरात मे प्रचार करने वाले हैं, खबर यह भी आ रही है कि राहुल गांधी हिमाचल प्रदेश के चुनाव से हटकर गुजरात में प्रचार करने वाले हैं। बीजेपी नेता कई दिनों से राहुल गांधी के गुजरात चुनाव से दूरी को मुद्दा बनाये हुए थे। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक 21 और 22 नवंबर को राहुल गांधी गुजरात में चुनावी दौरे पर रहेंगे। यहां राहुल गांधी की यात्रा और गुजरात चुनाव प्रचार का पूरा शेड्यूल तय होगा।