न्यूयॉर्क। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर हमला तेज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस को पीछे मुड़कर देखने की आदत है और वे भविष्य के बारे में कभी नहीं सोचते और अतीत के लिए हमेशा किसी न किसी को दोषी ठहराते रहते हैं। उन्होंने रविवार को ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर कांग्रेस का कोई मंत्री सत्ता में होता, तो वह हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेता और इस्तीफा दे देता।
न्यूयार्क के जेविट्स सेंटर में सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, भाजपा और आरएसएस भविष्य देखने में अक्षम हैं। आप उनसे कुछ भी पूछिए, वे पीछे मुड़कर देखते हैं। उनसे पूछिए कि ट्रेन दुर्घटना क्यों हुई, तो वे कहेंगे कि कांग्रेस के समय भी ऐसा हुआ था। जब आप पूछेंगे कि पीरियोडिक टेबल को किताबों से क्यों हटाया गया तो वे कहेंगे कि 60 साल पहले कांग्रेस ने ऐसा किया था। उन्हें पीछे मुड़कर देखने की आदत होती है।’ एक उदाहरण का हवाला देते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा: आप सभी अपनी कार से यहां आए हैं, जरा सोचिए कि अगर आपने ड्राइविंग करते समय केवल रियर व्यू मिरर में देखा होता, तो आप दुर्घटनाग्रस्त हो जाते।
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, मोदी की यही विशेषता है। वह भारतीय कार को चलाने की कोशिश कर रहे है और हमेशा रियर व्यू मिरर में देखते है और फिर उन्हें समझ नहीं आता कि यह कार क्यों दुर्घटनाग्रस्त हो रही है और आगे नहीं बढ़ रही है। भाजपा, आरएसएस के साथ भी यही विचार है, आप उनके मंत्रियों को सुनें। आप उन्हें कभी भविष्य के बारे में बात करते हुए नहीं पाएंगे, वे हमेशा अतीत के बारे में बात करेंगे और किसी न किसी को दोष देंगे।
राहुल की यह टिप्पणी बालासोर में शुक्रवार शाम हुए भयानक ट्रेन हादसे के लिए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग के कुछ घंटे बाद आई है, जिसमें 275 से अधिक लोगों की जान चली गई। कांग्रेस नेता ने कहा, समस्या यह है कि हम बहाने बनाते हैं और हम उस वास्तविकता को स्वीकार नहीं कर रहे हैं, जिसका हम सामना कर रहे हैं। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के सचिव वीरेंद्र वशिष्ठ ने कहा कि यहां प्रवासी भारतीयों को राहुल के संबोधन से पहले सभी नेताओं और लोगों ने बालासोर ट्रेन त्रासदी के पीड़ितों के लिए एक मिनट का मौन रखा।
राहुल अमेरिका के छह दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने कई कार्यक्रमों को संबोधित किया है और सैन फ्रांसिस्को और वाशिंगटन के शहरों में कई सभाओं में भाग लिया।