रायपुर । महिलाओं (Women Passengers) के लिए रेलवे (Railways) ने अकेले यात्रा करते समय उन्हें पूरी सुरक्षा (Providing Complete Security) मुहैया कराने की नई सुविधा (New Facility) शुरू की है, फिलहाल यह कुछ गाड़ियों में है आगे इसे तेजी से अन्य गाड़ियों में भी बढ़ाया जाएगा। दरअसल, रात के समय ट्रेनों में अकेले सफर करने वाली महिला यात्रियों को अब घबराने की जरूरत नहीं होगी. किसी तरह की परेशानी या शिकायत होने पर वे महिला आरपीएफ से अपनी बात साझा कर सकती हैं. उनकी सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल (Railway Protection Force) द्वारा रात में महिला बल (Women Force ) सदस्य व अधिकारियों से गश्त कराई जा रही है. बिलासपुर मंडल में अभी ये सुविधा अमरकंटक और सारनाथ एक्सप्रेस में शुरू हो गई है.
महिला अधिकारी व बल सदस्य ट्रेनों में रात्रिकालीन गश्त कर रही हैं. चूंकि शुरुआती व्यवस्था है, इसलिए केवल भोपाल-दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस और दुर्ग-छपरा सारनाथ एक्सप्रेस में स्कार्टिंग कराई जा रही है. गश्त के दौरान महिला बलकर्मी रात नौ बजे अमरकंटक एक्सप्रेस में स्कार्टिंग करते हुए अनूपपुर तक जाती हैं और वहां से सारनाथ एक्सप्रेस में गश्त करते हुए बिलासपुर रेलवे स्टेशन तक पहुंचती हैं. महिला बल सदस्यों को ट्रेन में देखकर यात्रा कर रही महिला यात्री सुरक्षित महसूस कर रही हैं. गश्त के दौरान उनसे बल सदस्य समस्या भी पूछती हैं.
ट्रेनों के साथ-साथ आरपीएफ पोस्ट में भी महिला अधिकारी व बल सदस्यों की ड्यूटी लगाई जा रही है. यह व्यवस्था रेल मंडल के लगभग सभी पोस्ट व आउटपोस्ट में हैं, ताकि रात में यदि किसी महिला यात्री को परेशानी हो तो उनकी मदद की जा सके. पहले आरपीएफ में महिलाओं की कमी थी. इसलिए चाहकर भी सुरक्षा की यह व्यवस्था लागू नहीं हो पाती थी. अब बिलासपुर रेल मंडल के पास 27 अधिकारी व बल सदस्य हैं.
इस सम्बन्ध में बिलासपुर बिलासपुर रेल मंडल के सुरक्षा आयुक्त ऋषि शुक्ला ने बताया कि महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर जोन मुख्यालय स्तर पर नए-नए प्रयास किए जाते हैं. आइजी के आदेश पर ही ट्रेनों में रात्रिकालीन गश्त व आरपीएफ पोस्ट में रात्रिकालीन ड्यूटी लगाई जा रही है. आगे कोशिश रहेगी की अन्य ट्रेनों में महिला स्टाफ से स्कार्टिंग कराई जाए. ताकि महिलाओं को ट्रेनों में होनी वाली समस्याओं का समाधान तुरंत हो सके और उन्हें सुरक्षा मिले.