बारिश-आंधी ने बढ़ाई मुसीबत, गेहूं कटाई और मड़ाई का काम बाधित
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में किसान गेहूं सहित रबी की कई फसलों की कटाई में जुटा हुआ है। प्रदेश सरकार ने सरकारी गेहूं खरीद केंद्र खोल दिए हैं, कुछ किसान अपना गेहूं बेच भूसे को समेट रहे हैं तो कुछ किसान गेहूं को केंद्रों पर ले जाकर बेचने की तैयारी में लगे हुए हैं। पर 17 अप्रैल की रात प्रदेश के कई जिलों में आई आंधी और पानी ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग ने 17 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच मौसम के पूर्वानुमान में कहा था कि इन दिनों में तेज आंधी सहित कई जिलों में बारिश आ सकती है। कई शहरों में तेज हवा के साथ बारिश से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन के बीच शनिवार की तड़के सुबह आसमान से किसानों की फसलों पर कहर बरसा। मुजफ्फरनगर, रायबरेली, सुलतानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर, बनारस, औरैया सहित कई जिलों में किसान की हालात आंधी और बारिश ने पस्त कर दी है। शनिवार और रविवार को भी मौसम के आसार अच्छे नहीं लग रहे हैं। तमाम किसानों की गेहूं की फसल कटाई के बाद खेत में ही पड़ी थी, कुछ की खलियान में होने से भीग गई। जिससे कटाई काम कुछ दिनों के लिए प्रभावित हो गया।
उम्मीद है कि गेहूं की कटाई तकरीबन एक सप्ताह पिछड़ गई है। मौसम की अंगड़ाई को देखते हुए किसान फसलों को सहेजने में तेजी से जुट गए हैं। उत्तर प्रदेश में लखनऊ स्थित मलीहाबाद, बाराबंकी, प्रतापगढ़, उन्नाव के हसनगंज, हरदोई के शाहाबाद, सहारनपुर, मेरठ तथा बुलंदशहर समेत करीब 15 मैंगो बेल्ट हैं। पूरे देश का करीब 23 प्रतिशत आम उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। तालाबंदी की वजह से प्रदेश के आम बागवान बहुत परेशान हैं। कोरोगेटेड बॉक्स बंद फैक्ट्रियों और मजदूर की कमी की वजह से इस बार बागवान वैसे ही भुखमरी के कगार पर आ गया है। उस पर यह आंधी और बारिश रही सही कसर पूरी कर दे रही है। मैंगो ग्रोवर्स एसोसिएशन आफ इंडिया अध्यक्ष इंसराम अली ने लॉकडाउन की वजह से मजदूर न मिलने की वजह से आम की सिंचाई नहीं हो पा रही है। यह बारिश तो आम के लिए मुफीद है पर आंधी नुकसानदायक रहेगी। इस वर्ष तो लॉकडाउन बड़ा खतरा है, आम स्थानीय बाजार में ही बिक जाए तो बड़ी बात होगी। सरकार गेहूं और धान की तरह आम का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर उसे खरीदे ताकि आम के उत्पादकों को बरबाद होने से बचाया जा सके।
आम बागवानों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर राहत दिलवाए जाने की मांग की है। मौसम निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि पाकिस्तान के आसपास विकसित हुए पश्चिमी विक्षोभ की वजह से उत्तर प्रदेश में भी शुक्रवार से मौसम का मिजाज बदलेगा। शनिवार को भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेज धूल भरी आंधी और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। रविवार और सोमवार को भी पूर्वी उत्तर प्रदेश का मौसम खराब होने के आसार बन रहे हैं। कहीं-कहीं ओलावृष्टि के भी आसार जताए गए हैं। मौसम में होने वाला यह बदलाव प्रदेश के किसानों के लिए नई मुसीबत लेकर आने वाला है क्योंकि इन दिनों गेहूं की कटाई जोरों पर चल रही है। तमाम किसानों की कटी हुई फसल खलिहानों में पड़ी हुई है।