राजस्थान, छत्तीसगढ़, एमपी में भाजपा की नई ब्रिगेड तैयार, शिवराज-वसुंधरा-रमन युग का अंत
देहरादून (गौरव ममगाईं)। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के बाद आज शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा नेतृत्व ने राजस्थान में भी भजनलाल शर्मा के रूप में नये चेहरे को मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है। तीनों ही राज्यों में पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम पद पर ऐसे नये चेहरों का नाम फाइनल किया, जो सीएम रेस में थे ही नहीं। एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राजनीतिक प्रयोगों से हर किसी को चौंका दिया। इसी के साथ पीएम मोदी ने इन तीन राज्यों में नई ब्रिगेड तैयार कर दी है।
दरअसल, मगंलवार शाम (12 दिसंबर) 4 बजे राजस्थान में विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पर्यवेक्षक के रूप में भेजा था और सीएम पद के लिए नाम घोषित भी करना था। राजनाथ सिंह ने विधायकों से रायशुमारी भी की। इस दौरान दिनभर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राजेंद्र राठौड़, बाबा बालकनाथ जैसे बड़े दिग्गजों को सीएम पद का बड़ा दावेदार बताया जाता रहा, लेकिन जब राजनाथ सिंह ने राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर भजनलाल शर्मा के रूप में नये चेहरे की घोषणा की तो हर को हैरान रह गया, क्योंकि भजनलाल शर्मा के नाम की सीएम पद के लिए विचार करने का किसी को अंदाजा तक नहीं था। पार्टी नेतृत्व के इस फैसले से बड़े-बड़े दिग्गज पूरी तरह बेखबर रहे।
इसी के साथ पार्टी ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को भी बड़ा सियासी संदेश दिया है। माना जा रहा है कि वसुंधरा राजे द्वारा सीएम पद के लिए शक्ति प्रदर्शन करने से पार्टी हाईकमान खासा नाराज था। वह अब वसुंधरा राजे के वर्चस्व को खत्म कर नई पीढ़ी को आगे लाने का मन बना चुका था।
वहीं, इससे एक दिन पहले सोमवार शाम को भी पार्टी हाईकमान ने मध्य प्रदेश में मोहन यादव के रूप में नये चेहरे को मुख्यमंत्री पद पर घोषित करके भी चौंकाया था। यहां करीब दो दशक से एमपी में सत्ता की कमान संभाल रहे शिवराज सिंह चौहान को नजरंदाज करना भी पार्टी नेतृत्व के लिए बेहद मुश्किलभरा था, लेकिन पार्टी नेतृत्व ऐसा मुश्किल फैसला लेने में भी पीछे नहीं रहा। इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी पूर्व सीएम रमन सिंह को नजरंदाज कर आदिवासी समाज के विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाया गया, जिनके नाम की दूर-दूर तक चर्चा नही थी।
उत्तराखंड से पीएम मोदी ने प्रयोग की शुरुआत की, अब देश में अपनाया
सबसे पहले उत्तराखंड में युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाकर प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी ने इस खास प्रयोग की शुरुआत की थी। उत्तराखंड में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने राजनीतिक कौशल एवं नेतृत्व क्षमता से पीएम नरेंद्र मोदी को खासा प्रभावित किया है। इसके बाद अब छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश व राजस्थान में मुख्यमंत्री पद पर नये चेहरों का एलान किया गया। साफ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी में राज्यों के बड़े-बड़े दिग्गजों की मनमानी को कतई बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं। यही कारण है कि पीएम मोदी ने सरकार चलाने के अनुभव के बजाय ईमानदारी, समर्पण व दूरदर्शिता को ज्यादा महत्व दिया है।
जाहिर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सीएम पद पर नये चेहरों के रूप में किये जा रहे प्रयोगों के बाद अब किसी भी भाजपा शासित राज्य में कोई दिग्गज मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से बचता नजर आएगा। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो बड़ी राजनैतिक पृष्ठभूमि के बजाय व्यक्तित्व को महत्व देते हैं। वहीं, इससे पीएम मोदी ने भाजपाशासित राज्यों में नई पीढ़ी व नये चेहरों को आगे लाकर पार्टी को नये सिरे से मजबूत करने का काम भी किया है, जिसका लाभ भाजपा को आने वाले लोकसभा चुनाव व अगले कई दशकों तक मिलने की संभावना है।