नई दिल्ली। यूक्रेन में लगातार बदल रहे हालातों के बीच अब भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से वापस लाने की कवायद शुरू हो गई है। इस सिलसिले में एक ओर जहां केंद्र की ओर से भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए स्पेशल फ्लाइट भेजी गई हैं, वहीं अशोक गहलोत सरकार ने दिल्ली बीकानेर हाउस में एक हेल्प डेस्क का संचालन शुरू किया है। गौरतलब है कि भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट मंगलवार सुबह भारत से यूक्रेन के लिए रवाना हुई। यूक्रेन से स्पेशल फ्लाइट मंगलवार रात दिल्ली में लैंड करेगी।
वहीं इसके बाद राजस्थान सरकार ने यूक्रेन से अपने राज्य के छात्रों की वापसी को सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली के छत्तीसगढ़ भवन से एक हेल्प डेस्क का संचालन शुरू किया है। मंगलवार को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बताया कि ये जिम्मेदारी संपर्क अधिकारी धीरज श्रीवास्तव को दी गई है, उन्हें नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। धीरज श्रीवास्तव नई दिल्ली के बीकानेर हाउस से इस काम को संचालित करेंगे। उनसे 0141-2229091/ 2229111, 08306009838 इन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है।
धीरज श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य सरकार राजस्थानीयों की देश-विदेश में सुरक्षा को लेकर सचेत है तथा यूक्रेन में वर्तमान में जो हालात चल रहे हैं उससे प्रभावित जो भी प्रवासी राजस्थानी वापस आना चाहता है उसकी हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होंने बताया कि यूक्रेन संकट से प्रभावित कोई भी व्यक्ति मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 181 पर सीधा संपर्क कर सकता है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में चल रहे वर्तमान संकट और तनावपूर्ण परिस्थितियों के बीच राजस्थान सरकार यूक्रेन में बसे प्रवासी राजस्थानीयों और वहां पर पढ़ाई कर रहे राजस्थान के विद्यार्थियों की सुरक्षा और उनकी सुरक्षित घर वापसी के लिए नियमित रूप से निगरानी रख रही है।
राज्य सरकार के अनुसार प्रवासी राजस्थानियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए आयुक्त धीरज श्रीवास्तव विदेश मंत्रालय, भारत सरकार और यूक्रेन में भारतीय दूतावास के साथ समन्वय स्थापित कर प्रवासियों की हर संभव मदद करेंगे। उल्लेखनीय है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को यूक्रेन के दो अलगाववादी क्षेत्रों लुहान्सक और दोनेत्स्क को स्वतंत्र देश की मान्यता दे दी है। इन दोनों ही क्षेत्रों में रूस समर्थित अलगाववादियों का नियंत्रण है। रूस के इस दिशा में लिए गए कई फैसलों से यूक्रेन-रूस के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।