राम मन्दिर ट्रस्ट का फैसला: दान में नहीं लेंगे सोने-चाँदी की ईंट, जानिये क्या है वजह
लखनऊ (अमरेन्द्र प्रताप सिंह): राम नगरी अयोध्या में हो रहे श्रीराम जन्म भूमि में भव्य मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश और दुनिया से दान किया जा रहा है। ऐसे में मन्दिर निर्माण की व्यवस्था देख रहे ट्रस्ट ने अब बड़ा फैसला लिया है। श्रीराम जन्मभूमि निर्माण ट्रस्ट ने अब सोने चांदी के ईंटे दान में न स्वीकार करने का एलान किया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने दान देने वालों से अपील की है कि मंदिर के लिए सोने, चांदी व अन्य धातुओं की ईंटें दान न करें। अब दान में इन्हे स्वीकार नहीं किया जाएगा। ट्रस्ट ने कहा कि इन धातुओं के बदले दान स्वरुप नगदी ट्रस्ट के खाते में दी जा सकती है।
मन्दिर ट्रस्ट ने की अपील, कहा दान में दें नगदी
उत्तर प्रदेश की अयोध्या में राम जन्मभूमि के लिए लोग खूब दान कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार दानदाताओं द्वारा सोने-चांदी या अन्य धातुओं की ईंटें भी दान की जा रही हैं। इसी के चलते ट्रस्ट ने अब सोने चांदी की ईंटों को दान में लेने से मना कर दिया है। कहा जा रहा है कि शुरुआत में लोगों ने चांदी की ईंटें दान की थी, तब इसे स्वीकार किया गया। परन्तु अब ट्रस्ट के लिए दान में मिल रही इन धातुओं का मूल्यांकन करना मुश्किल है, इसी कारण अनुरोध किया जा रहा है कि ऐसी वस्तुएं दान न करें।
बहुमूल्य धातुओं को रखने के लिए बैंक में लॉकर नहीं
गौरतलब है कि अबतक राम मन्दिर ट्रस्ट को लगभग 1 क्विंटल से ज्यादा चांदी व अन्य धातुओं की ईंटें दान की गई हैं। मन्दिर ट्रस्ट के पास इन बहुमूल्य धातुओं को रखने के लिए बैंक में लॉकर तक उपलब्ध नहीं है। इसी कारण अपील की जा रही है कि अब दानदाता ट्रस्ट के खाते में ऑनलाइन कैश ही जमा करवाएं।
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमिपूजन
उत्तर प्रदेश की अयोध्या नगरी में 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमिपूजन और शिलान्यास कार्यक्रम है। यह भूमि पूजन और शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना है। समय नजदीक होने के चलते इस कार्यक्रम की तैयारियां तेज हो गयीं है। भव्य और पावन श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए देशभर से पवित्र मिट्टी लायी जा रही हैं। देवभूमि उत्तराखंड से अलकनंदा का पवित्र जल भूमि पूजन के लिए लाया जा रहा है। मध्य प्रदेश के उज्जैन से महाकाल की भस्म लाई जा रही हैं। इसके अलावा प्रतिष्ठित तीर्थ बद्रीनाथधाम तथा सीतामढ़ी के पांच मंदिरों से भी श्री राम मंदिर के लिए मिट्टी लायी गयी है।