उत्तर प्रदेशराज्य

फिर से चमकेगा रामपुर का चाकू कारोबार, जारी होंगे लाइसेंस, ऐसे हुआ था बंद

रामपुर : रामपुर के चाकू कारोबारियों के लिए राहत भरी खबर है। रामपुर के चाकू का कारोबार एक बार फिर देश-प्रदेश में चमकेगा। रामपुर के चाकू कारोबारियों को लाइसेंस जारी होने का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश के गृह विभाग ने रामपुर के डीएम से कहा है कि लाइसेंस जारी करने की मांग पर जरूरी कार्यवाही करते हुए पूरे प्रकरण से अवगत कराएं। रामपुर शहर से विधायक आकाश सक्सेना ने कृपाण की तर्ज पर चाकू कारोबारियों को लाइसेंस जारी करने की मांग की थी। एक जमाना था जब रामपुर को चाकू के नाम से जाना जाता था। यहां तक कि हिंदी फिल्मों में भी कई बार रामपुरी चाकू का नाम लिया गया। इस चाकू की खासियत इसके बेंट पर नक्काशी और बटन से खुलने व बंद होने की थी। साथ ही चाकू पीतल की धातु से बना होता था लेकिन, 90 के दशक में सरकार ने चार इंच से ज्यादा लंबे चाकू के इस्तेमाल करने व रखने पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद चाकू का कारोबार बुरी तरह सिमट गया।

रामपुर नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित होने के बाद ही विधायक आकाश सक्सेना ने इस कारोबार को नई पहचान दिलाने के लिए काम शुरू कर दिया था। जिससे इस कारोबार से जुड़े लोगों को रोजगार मिल सके और उनके हुनर को पूरी दुनिया में पहचान मिल सके। विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने चाकू कारोबारियों को कृपाण की तर्ज पर लाइसेंस जारी करने की मांग की थी।

जिस पर सरकार ने विधायक के पत्र का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी को आदेश दिए हैं कि कृपाण की तर्ज पर नौ इंच तक के चाकू को लाइसेंस निर्गत करने के लिए नियमानुसार कार्यवाही करें। विधायक आकाश सक्सेना ने बताया कि रामपुर के चाकू कारोबारियों को लाइसेंस जारी होने शुरू हो जाएंगे। जिससे यहां के चाकू कारोबार को नई ऊंचाईयां हासिल होंगी।

रामपु 1990 के दशक के दौरान तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार ने एक फैसला लिया और 4.5 इंच से ज्यादा लम्बे ब्लेड वाले रामपुरी चाकुओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस फैसले ने रामपुरी की लोकप्रियता पर खासा असर डाला और जिससे बाजार में इनकी मांग कम होती चली गई। साथ ही कच्चे माल की बढ़ती लागत और घटते लाभ की वजह से रामपुरी चाकुओं का व्यापार गिरता चला गया

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