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छावनी के आस-पास गरीब बस्तियों में नहीं पहुंच रहा राशन


लखनऊ: छावनी क्षेत्र के आस-पास गरीब बस्तियों में रहने वाले लोगों को राशन की काफी समस्या है। 500 से ज्यादा इन गरीब परिवारों को राशन के लिए काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। हालंकि छावनी परिषद प्रशासन ने दर्जनों लोगों को मदद की अपील भी की है बावजूद इनकी मदद के लिए कोई सामने नहीं आना चाह रहा है। सदर का लगभग पूरा इलाका सील हो चुका है। तोपखाना व उसके आस-पास की बस्तियों को भी लगभग सील कर दिया गया है। लॉक डाउन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। इस कड़ाई से लोगों का घरों से बाहर निकलना बंद हो गया है।

यहां की ग्रास मण्डी, रेसकोर्स दो फल्लांग, रेसकोर्स तीन फल्लांग, रेस कोर्स 14 फल्लांग, नेहरू रोड, चर्च कम्पाउंड, लाला लाजपत मार्ग स्थित बस्ती, धनिया मेहरी, कस्तूरबा मार्ग, मोहनगंज, रजमन बाजार आदि इलाकों में ज्यादातर मजदूर या दैनिक श्रमिक तबका रहता है। इनके घरों में राशन पूरी तरह समाप्त हो चुका है। काम-धंधा बंद होने से पैसे भी समाप्त हो चुके हैं। छावनी के पार्षदों द्वारा शुरू किए गए कम्युनिटी किचन से इन घरों में भोजन पहुंचाया जा रहा था लेकिन कोरोना के चपेट में आने के कारण उसपर भी ताला लग गया है। गरीब लोगों की मदद के लिए छावनी परिषद प्रशासन ने छावनी क्षेत्र में रह रहे लोगों से मदद की अपील भी की लेकिन अब तक कोई आगे नहीं आ सका। सिर्फ प्रधान रक्षा नियंत्रक मध्य कमान ने 300 राशन के किट भिजवाएं हैं जो अपर्याप्त हैं।

छावनी बोर्ड के सीईओ अमित कुमार मिश्र के मुताबिक कई लोगों ने मदद की अपील की गई लेकिन अब तक कोई सामने नहीं आ सका है। जिला प्रशासन की मदद से लोगों तक राशन या भोजन पहुंचाया जा रहा है। उधर पार्षद प्रमोद शर्मा ने कहा कि गरीब बस्तियों में मदद न पहुंचाई गई तो लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे। इन बस्तियों की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। बता दें कि, छावनी क्षेत्र में बड़ी-बड़ी कोठियां रइशी का स्टेटस सिम्बल है। यहां सौ से ज्यादा धनाड्य लोगों का आशियाना है। इसके बावजूद यहां की गरीब बस्तियों में राशन की किल्लत हो गई है।

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