“हम गलत काम करने वालों को तब तक सजा नहीं देते जब तक वह छोटा और कमजोर ना हो। कोई भी अमीर और शक्तिशाली अवैध काम करनेवाले के पीछे नहीं पड़ना चाहता, इस वजह से वह और भी बड़ा हाथ मारकर बच जाते हैं।”
“देशों के बीच तो असमानता कम हो रही है, लेकिन देश के अन्दर बढ़ रही है। इस असमानता को दूर करने के लिए शिक्षा को सर्व सुलभ बनाना होगा।”
“सहनशीलता और एक-दूसरे के लिए सम्मान की भावना से समाज में संतुलन कायम होगा, जो विकास के लिए जरूरी है। भारत अहिष्णुता सहन नहीं कर सकता”