RBI के नए गवर्नर का हो रहा है विरोध, स्वामी ने बताया- चिदंबरम का आदमी
बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने आरबीआई के नए गवर्नर शक्तिकांत दास की नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं. इसके साथ ही स्वामी ने आशंका जताई है कि नए गवर्नर अपने पद का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र के जरिए स्वामी ने आरोप लगाया कि शक्तिकांत दास करप्शन के मामलों में घिरे पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के लिए काम कर चुके हैं. सुब्रमण्यन स्वामी ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा है कि दास पूर्व वित्त मंत्री के बेहद करीबी हैं लिहाजा कैसे केन्द्र सरकार ने उन्हें नया गवर्नर नियुक्त करने का फैसला लिया.
क्या कहा स्वामी ने
मीडिया से बातचीत के दौरान स्वामी ने आरोप लगाया कि शक्तिकांत दास ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिंदबरम के गलत कामों में साथ दिया था और बाद में जांच के दौरान उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की थी. स्वामी ने कहा कि वे नहीं जानते कि सरकार ने दास को आरबीआई का गवर्नर किस आधार पर बनाया है. मैंने इस फैसले के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है.
बता दें कि 1980 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी शक्तिकांत दास को मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया गया. वह नोटबंदी के बाद आर्थिक गतिविधियों को सामान्य बनाने में अहम भूमिका निभा चुके हैं. बता दें कि बीते सोमवार को उर्जित पटेल ने आरबीआई गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद यह पद खाली था. पटेल ने इस्तीफे के पीछे निजी कारण बताया है.
शक्तिकांत दास के बारे में
पूर्व वित्त सचिव और वित्त आयोग के सदस्य शक्तिकांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद भसोसेमंद हैं. केंद्रीय आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में शक्तिकांत दास देश के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक माना जाता है.दरअसल, इनके काम से प्रभावित होकर मोदी सरकार ने नोटबंदी के बाद आर्थिक मामलों के सचिव पद का कार्यकाल तीन महीने बढ़ा दिया था. उन्हें मार्च 2017 में रिटायर होना था. लेकिन उनका कार्यकाल 31 मई 2017 तक कर दिया गया था.
शक्तिकांत दास रिटायरमेंट के बाद से भारत के 15वें वित्त आयोग और भारत के शेरपा जी-20 में सदस्य हैं. हाल ही में ब्यूनस आयर्स में दो दिवसीय वार्षिक जी-20 बैठक के दौरान शक्तिकांत दास को भारत के शेरपा नियुक्त किया गया था. नए आरबीआई गवर्नर दास ने भारत के आर्थिक मामलों के सचिव, भारत के राजस्व सचिव और भारत के उर्वरक सचिव के रूप में भी काम किया है.