RBI गवर्नर होने के बावजूद राजन को मिलती है कम पगार
एजेंसी/ भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम भले ही केंद्रीय बैंक के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हों लेकिन ऐसा नहीं लगता कि वह अपने ही संस्थान में सबसे ज्यादा पगार पाने वाले व्यक्ति हैं।
सूचना के अधिकार के तहत हाल ही में आरबीआई द्वारा दी गई विस्तृत जानकारी के अनुसार राजन का मासिक वेतन 1,98,700 रुपये है। इसमें मूल वेतन 90 हजार, महंगाई भत्ता 1,01,700 रुपये और अन्य सात हजार रुपये है।
आरबीआई में तीन सबसे अधिक मासिक वेतन पाने वाले अधिकारियों में गोपालकृष्ण सीताराम हेगड़े (चार लाख रुपये), अन्नामलाई अरापुल्ली गौंडर (2,20,355 रुपये) और वी कांडासामी (2.1 लाख रुपये) शामिल हैं।
हालांकि, आरबीआई द्वारा सूचना के अधिकार के तहत वेबसाइट पर प्रकाशित हाल में उपलब्ध लोगों के नाम जून-जुलाई 2015 तक के हैं। साथ ही यह सुनिश्चित नहीं किया जा सका है कि ये तीनों अब भी आरबीआई के साथ हैं या नहीं।
आरबीआई मासिक वेतन के साथ लोगों के पद का खुलासा नहीं करता है लेकिन जहां तक हेगड़े की बात है तो वे बीते दिनों केंद्रीय बैंक में ‘प्रिंसिपल लीगल एडवाइजर’ थे। हेगड़े और कांडासामी के कुल वेतन में मूल वेतन या महंगाई भत्ता शामिल नहीं था।
आरबीआई की प्रवक्ता अल्पना किलावाला से राजन सहित आरबीआई के शीर्ष अधिकारियों के हालिया वेतन की जानकारी मांगी गई लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। दिलचस्प बात यह है कि वेबसाइट पर प्रकाशित किलावाला का मासिक वेतन चार डिप्टी गवर्नरों और 11 कार्यकारी निदेशकों के वेतन से ज्यादा है। अल्पना किलावाला आरबीआई के संचार विभाग में प्रिंसिपल एडवाइजर हैं।
आरबीआई में सबसे ऊंचा पद गवर्नर का होता है जिसके बाद चार डिप्टी गवर्नर आते हैं और उसके बाद कार्यकारी निदेशक। गवर्नर का मूल वेतन आरबीआई में सबसे अधिक होता है।