RBI ने विदेशों से कर्ज जुटाने के नियम किए आसान
डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार जारी गिरावट को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशों से कर्ज जुटाने के नियम आसान किए हैं. इसके साथ ही उसने मसाला बॉन्ड्स के विपणन को भी मंजूरी दी है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को एक अधिसूचना जारी की है. इसमें उसने बताया कि मैन्युफक्चरिंग सेक्टर में अधिकृत एक्सटर्नल कमर्शियल बोरोविंग्स (ECB) के नियम आसान कर दिए गए हैं. ये लोग अब 5 करोड़ और इसके समानांतर ईसीबी एक साल की न्यूनतम औसत मैच्योरिटी पीरिएड के साथ ले सकेंगे.
बता दें कि पहले इन ईसीबी के लिए न्यूनतम औसत मैच्योरिटी अवधि 5 साल की थी. भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से उठाया गया यह कदम उस पहल का हिस्सा है, जो रुपये को संभालने के लिए की जा रही है. पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री की अध्यक्षमता में ली गई इकोनॉमिक रिव्यू मीटिंग में रुपये को संभालने के लिए ये फैसले लिए गए थे.
आरबीआई ने अपनी अधिसूचना में कहा कि सरकार के साथ विचार-विमर्श किया गया है. इस विचार-विमर्श के बाद ही बाह्य वाणिज्यिक कर्ज (ईसीबी) नीति के कई पहलुओं को आसान बनाया गया है. इसमें रुपये में विदेशों में जारी किए जाने वाले मसाला बॉन्ड भी शामिल हैं.
बता दें कि पिछले महीने से लगातार रुपये में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है. रुपया डॉलर के मुकाबले फिलहाल 72 के पार बना हुआ है. गुरुवार को मुहर्रम के मौके पर करंसी मार्केट बंद है.