सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता तकिया लगा कर सोना ,जाने वजह
सोने के लिए हमें सॉफ्ट बिस्तर और नरम-नरम तकिया मिल जाए, तो सोने का मजा ही कुछ और होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं जिस तकिए को लगाकर आप रातभर सोते हैं वह कई बीमारियों का घर होता है ,क्योंकि इससे आपकी बॉडी पोजीशन बिगड़ जाती है। जिसके चलते गर्दन समेत रीड की हड्डी में दर्द आ जाता है और कई तरीके के इंफेक्शन भी आपको तकिए से होते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं तकिया लेकर सोने के नुकसान के बारे में और अगर आप बिना तकिया लिए सोते हैं तो आपको क्या फायदे हो सकते हैं…
कमर दर्द
लोगों का लगता है कि अगर वो सॉफ्ट और ऊंचा तकिया लगाकर सोते है, तो उन्हें अच्छी नींद आती है, लेकिन इससे आपके शरीर की नीचे के हिस्से पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है और आपको कमरदर्द की समस्या होने लगती है। इसे बचने के लिए आपको तकिया नहीं लगा कर सोना चाहिए।
पिंपल्स
अक्सर कई लोगों को मुंहासे की समस्या होती है। इसका एक मेन कारण तकिया भी है, क्योंकि जब आप रात के समय तकिया लगाकर सोते हैं, तो रोज कम-से-कम 7-8 घंटे तक चेहरा पिलो के संपर्क में रहता है और तकिए पर जमा धुल-मिट्टी चेहरे पर चिपक जाती है, जिससे चेहरे पर मुहांसे हो सकते हैं। इतना ही नहीं अगर आप तकिए के कवर को हर 1-2 दिन में नहीं धोते हैं, तो तकिया में मुंह की लार, पसीना और धूल-मिट्टी के कारण बैक्टीरिया पनपने लगते है और चेहरे पर इंफेक्शन हो सकता है।
सिर दर्द
कई बार जब आप सो कर उठते हैं तो आपका सिर चकराने लगता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि आपके तकिए पर सोने की वजह से ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है और ऑक्सीजन की सप्लाई भी इसमें सही तरीके से नहीं होती। इसके कारण सुबह उठने पर सिर दर्द और चक्कर आने लगते हैं।
पीठ दर्द और गर्दन दर्द
जब कभी आप तकिया लगा कर सोते हैं, तो आपको कुछ समय बाद पीठ पेट दर्द और गर्दन दर्द जैसी समस्या होने लगती है, क्योंकि तकिया लगाने से गर्दन को पूरा सपोर्ट नहीं मिल पाता और सिर, गर्दन और तकिए के बीच में जो कोण बनता है उसे सही तरह से नींद नहीं आती है। इसी कारण गर्दन और पीठ में अकड़न महसूस होने लगती है।
बिना तकिए के सोने के फायदे
अगर आप बिना तकिए के सोते हैं तो इससे हमारी रीढ़ की हड्डी को बेहद आराम मिलता है। 7-8 घंटे बाद जब हम नींद से उठते हैं तो काफी फ्रेश महसूस करते हैं। इसके अलावा बिना तकिए के सोने से पीठ दर्द, गर्दन का दर्द, सिर दर्द जैसी समस्याएं नहीं होती है। बिना तकिए के सोने से हमारी याददाश्त भी तेज होती है और नींद की क्वालिटी भी सुधरती है।