देश के आठ टाइगर रिजर्व में बाघों के शिकार को लेकर रेड अलर्ट, इस राज्य में बाघ की सबसे ज्यादा मौतें
नई दिल्ली : विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट पार्क और राजाजी पार्क सहित देशभर के आठ टाइगर रिजर्व में अंतरराष्ट्रीय शिकारी गिरोह के घुसने के इनपुट के बाद केंद्र सरकार ने उत्तराखंड, यूपी, एमपी सहित विभिन्न राज्यों को रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इसके अलावा तीन बाघ बहुल वन क्षेत्रों में भी विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है।
वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के एडिशनल डायरेक्टर एवी गिरिशा की ओर से संबंधित राज्यों के पीसीसीएफ-वाइल्ड लाइफ, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन और रिजर्व निदेशकों को पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया कि हाल में देश के कुछ हिस्सों में वन्यजीव अंगों के साथ पकड़े गए कुछ तस्करों से पूछताछ में यह जानकारी मिली है।
बताया कि टाइगर रिजर्व खासकर सतपुड़ा, तादोबा, पेंच, कॉर्बेट, अमानगढ़, पीलीभीत, वाल्मीकि और राजाजी टाइगर रिजर्व (नेशनल पार्क) के आसपास कुछ बड़े शिकारी गिरोह बाघ के शिकार की फिराक में हैं। बाघ की अच्छी आबादी वाले बालाघाट, गढ़चिरौली और चंद्रपुर जैसे वन क्षेत्रों में भी ऐसे गिरोह की नजर है। यह भी कहा गया कि टाइगर रिजर्व समेत तमाम क्षेत्रों में आसपास तंबुओं, मंदिरों, बस-रेलवे स्टेशन, खाली भवनों में इनके छुपने की आशंका है। विशेष अभियान चलाने के साथ पुलिस की मदद से सत्यापन कराने को कहा गया है। अलर्ट को देखते हुए कार्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व के संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है।
इस साल अब तक देश में 99 बाघ मारे गए हैं, जिनकी मौत शिकार, दुर्घटना, आपसी संघर्ष या दूसरे कारणों से हुई। 26 मौतों के साथ मध्य प्रदेश चिंताजनक रूप से नंबर वन पर है। 19 मौतों के साथ महाराष्ट्र दूसरे और 12 मौतों के साथ उत्तराखंड तीसरे नंबर पर है। पांच मौतें अकेले कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हुईं। बाकी सात मौतें भी कुमाऊं में ही दर्ज की गई हैं। इस मामले में राज्य सरकार के साथ केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भी जांच बैठा चुका है।