Reliance भी अपने कर्मचारियों की सैलरी में करेगी 50 % तक की कटौती
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ऑयल एंड गैस डिविजन के कुछ शीर्ष कर्मचारियों के वेतन में 50 फीसद तक की कटौती का फैसला लिया है। छह सूत्रों और एक पत्र से इस बात की जानकारी मिली है। रिलायंस ने वेतन में कटौती का यह फैसला कोरोना वायरस महामारी के चलते मुनाफे में गिरावट को देखते हुए लिया है। मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस ने 15 लाख रुपये से अधिक सालाना आय वाले कर्मचारियों की सैलरी में 10 फीसद की कटौती करने का फैसला लिया है। हालांकि, रिलायंस के एक प्रवक्ता ने दैनिक जागरण को बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों की सैलरी में 30 से 50 फीसद तक की कटौती का निर्णय लिया गया है।
रॉयटर्स के अनुसार, कंपनी द्वारा कर्मचारियों को भेजे गए पत्र में एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर हितल आर मेसवानी ने कहा, ‘रिफाइंड प्रोडक्ट्स और पेट्रोकेमिकल्स की मांग में कमी के कारण हाइड्रोकार्बन बिजनेस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। परिस्थिति की मांग है कि परिचालन लागत और निश्चित लागत में कटौती की जाए और हम सबको इसमें योगदान देने की आवश्यकता है।’ उन्होंने रिलांयस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष मुकेश अंबानी का जिक्र करते हुए कहा, ‘हमारे अध्यक्ष अपने सभी मुआवजों को छोड़ने के लिए सहमत हो गए हैं।’
गौरतलब है कि कंपनी को अपना तिमाही परिणाम गुरुवार को ही जारी करना है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि रिलायंस के दूसरे डिविजंस पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा या नहीं। लेकिन तीन सूत्रों का कहना है कि कंपनी की टेलिकॉम यूनिट, रिलांयस जियो इंफोकॉम पर गुरुवार तक वेतन कटौती का कोई प्रभाव नहीं पड़ता दिखा है।
गौरतलब है कि रिलायंस ने इस सप्ताह ही तीस सालों में पहली बार राइट्स इश्यू पर विचार करने की बात कही थी। कंपनी अपने कर्ज को कम करने के लिए राइट्स इश्यू लाने पर विचार कर रही है। रिलायंस मार्च 2021 तक कर्ज मुक्त होना चाहती है। पिछले साल के आखिर तक रिलायंस पर कुल कर्ज लगभग 43 अरब डॉलर का था।