जानेमाने हास्य कलाकार जगदीप का निधन, ‘शोले’ के सूरमा भोपाली किरदार से मिली थी शोहरत
मुम्बई : हास्य कलाकार जगदीप जिनका असली नाम सईद इस्तियाक अहमद जाफरी था, इस दुनिया में नहीं रहे। 8 जुलाई को उनका इंतकाल हो गया। उनकी यादें हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगी और उनका सूरमा भोपाली किरदार भी।
‘शोले’ फिल्म के इस किरदार की वजह से जगदीप काफी पॉप्युलर हुए। क्या आप जानते हैं इसे करने के लिए पहले उन्होंने मना कर दिया था। इतना ही नहीं असली सूरमा भोपाली सलीम-जावेद से नाराज हो गए थे और उनको नोटिस भेज दिया था। हालांकि बाद में दोनों पार्टीज का समझौता हो गया।
जगदीप को लोग भले कमीडियन के तौर पर याद करें लेकिन हमेशा ऐसा नहीं था। वह ‘भाभी’, ‘बरखा’ और ‘बिंदिया’ जैसी फिल्मों में लीड ऐक्टर रह चुके हैं। उनकी पहली दो फिल्मों में उनके ऑपोजिट नंदा थीं।
जगदीप के ऊपर ‘पास बैठो तबीयत बहल जाएगी’. ‘चल उड़ जा रे पंक्षी’ और ‘चली चली रे पतंग’ जैसे कई मशहूर गाने फिल्माए जा चुके हैं। बाद में वह कमीडियन बन गए। ‘शोले’ में जगदीप का सूरमा भोपाली का रोल लोग आज भी याद करते हैं। यह रोल फिल्म पूरी होने के बाद ऐड किया गया था। सलीम-जावेद इस कैरक्टर को लेकर इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने इसे बाद में डाला।
सलीम-जावेद ने रोल के लिए जगदीप को अप्रोच किया तो उन्होंने इसके लिए मना कर दिया। इसकी वजह यह थी कि एक तो फिल्म बन चुकी थी और जगदीप असरानी का ‘जेलर’ वाला रोल करना चाहते थे। दूसरा प्रड्यूसर जीपी ने ‘ब्रह्मचारी’ फिल्म का कुछ पैसा जगदीप को नहीं दिया था। आखिरकार जगदीप मान गए। छोटे से रोल के उन्होंने अपना पूरा मार्केट प्राइस लिया था।
सूरमा भोपाली का किरदार रियल लाइफ से इंस्पायर्ड था। फिल्म की रिलीज के बाद ये नाम इतना फेमस हो गया कि असली सूरमा भोपाली नाराज हो गए। जानकारी के अनुसार भोपाल के रहने वाले सूरमा भोपाली का असली नाम नाहर सिंह बघेल था। उनके झगड़ालूपन की वजह से ही लोग उन्हें सूरमा भोपाली बुलाने लगे थे। हालांकि ‘शोले’ के बाद सूरमा भोपाली कमेडियन जगदीप की पहचान बन गई।