रेवेन्यू रिकॉर्ड दुरुस्तीकरण अभियान, किसने कितना सुधारा रिकार्ड, होंगे पुरस्कृत
भोपाल: राजस्व विभाग एक ओर राजस्व रिकार्ड शुद्धिकरण पखवाड़े की सफलता के लिए अफसरों और कर्मचारियों को पुरस्कृत करने और जिला और तहसील स्तर तक की रैंकिंग में जुटा है वहीं दूसरी ओर शुद्धिकरण में वेब जीआईएस साफ्टवेयर का सर्वर आड़े आ रहा है। इस सर्वर पर ओवरलोड होने के कारण पटवारी दिन में काम नहीं करा पा रहे हैं और रातभर जागने की मजबूरी बन रही है।
मध्यप्रदेश के राजस्व रिकार्ड शुद्धीकरण अभियान में जुटे गांव, तहसील से लेकर जिले तक के अफसरों की उनके काम के हिसाब से रैंकिंग की जाएगी। सबसे बेहतर काम करने वाले अफसरों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा। जिलो के काम की रोजाना आॅनलाईन मानीटरिंग हो रही है। अभी तक के काम के आधार पर धार,छिंदवाड़ा, सीधी और रीवा कलेक्टर सबसे बेहतर काम के आधार पर रैंकिंग में सबसे उपर चल रहे है।
रास्व विभाग के अभिलेखों में जो त्रुटियां है, जो अशुद्धियां है उन्हें सुधारने एक नवंबर से अभियान शुुर हुआ है। प्रदेश में विभिन्न बिन्दुओं पर काम कर रहे जिलों, तहसील और गांवों की रैंकिंग की जा रही है। मिसिंग खसरे, डायवर्जन एंट्री, फौती नामांतरण, भूमि स्वामी टाईप, भूमि टाईप डेटा एंट्री सुधारने के लिए चल रहे अभियान में काम के हिसाब से रैकिंग की जा रही है। पहले हर जिले को उनके यहां किए जाने वाले सुधार कामों का लक्ष्य दिया गया था। अब उसमें किए जा रहे काम को देखा जा रहा हे। जिस जिले ने ज्यादा तेजी से काम किया है उन्हें सबसे उपर रखा गया है।
इधर, पटवारी संघ का कहना है कि वेब जीआईएस साफ्टवेयर का सर्वर रात 12 बजे के बाद तब चलता है जब उस पर लोड कम होता है। ऐसे में पटवारी रात में काम करने को मजबूर होते हैं और अगर कोई पटवारी रात में काम से मना करता है तो तहसीलदार और एसडीएम कार्यवाही की चेतावनी देते हैं। ऐसे में पटवारी मानसिक वेदना झेल रहे हैं।
ये जिले अव्वल
मृतक भूमि स्वामियों के नाम हटाने में शहडोल
रिक्त भूमिस्वामी सुधार में छिंदवाड़ा
शून्य क्षेत्रफल सुधार के काम में छिंदवाड़ा, धार
मूल एवं बटांक खसरा सुधार में सिंगरौली, छिंदवाड़ा
शाब्दिक सर्वेक्षण क्रमांक सुधार में बालाघाट, छिंदवाड़ा
कृषि भिन्न खसरों के सुधार में रीवा