दक्षिणपंथी हावियर मिलई बनेंगे अर्जेंटीना के नए राष्ट्रपति, माने जाते हैं कट्टर ट्रंप समर्थक
ब्यूनस आयर्स : दक्षिणपंथी नेता हावियर मिलई अर्जेंटीना के अगले राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। दरअसल रविवार को राष्ट्रपति पद के लिए हुए मतदान में मिलई को 55.8 प्रतिशत वोट मिले हैं। वहीं अर्जेंटीना के वित्त मंत्री और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सर्जियो मासा को 44.2 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं। अर्जेंटीना में हावियर मिलई और उनकी पार्टी के समर्थकों ने जश्न मनाना भी शुरू कर दिया है।
बता दें कि हावियर मिलई अर्जेंटीना की राजनीतिक पार्टी ला लिबर्टाड अवान्जा के नेता हैं। मिलई ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं से वादा किया था कि आर्थिक संकट का सामना कर रहे अर्जेंटीना में वह बड़े पैमाने पर आर्थिक बदलाव करेंगे। साथ ही मिलई ने राजनीतिक स्तर पर भी सुधार का वादा किया था। सर्जियो मासा ने अपनी हार स्वीकार कर ली है और हावियर मिलई को देश का अगला राष्ट्रपति बनने के लिए बधाई दी है। अर्जेंटीना में चुनाव के दौरान अर्थव्यवस्था और महंगाई बड़े मुद्दे रहे। अर्जेंटीना में महंगाई 140 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है।
सर्जियो मासा की पार्टी पेरोनिस्ट मूवमेंट ने बीते 20 सालों में से 16 साल शासन किया है। चुनाव नतीजों के बाद मासा ने अपने बयान में कहा कि अर्जेंटीना के लोगों ने अलग रास्ता चुना है। मिलई को जीत की बधाई देने के साथ ही मासा ने कहा कि वह अब सक्रिय राजनीति से जल्द ही रिटायर हो जाएंगे। हावियर मिलई एक धुर दक्षिणपंथी नेता हैं और अक्सर अर्जेंटीना में उनकी तुलना डोनाल्ड ट्रंप से की जाती है। ट्रंप की तरह मिलई भी जलवायु परिवर्तन को नहीं मानते हैं। जीत के बाद मिलई ने कहा कि आज से अर्जेंटीना का पुनर्निर्माण शुरू हो गया है। आज का दिन अर्जेंटीना के लिए एतिहासिक है।
22 अक्तूबर 1970 को हावियर मिलई का जन्म ब्यूनर आयर्स में हुआ था। यूनिवर्सिटी ऑफ बेलग्रानो से अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई करने के बाद मिलई ने अर्थशास्त्र में मास्टर और डॉक्टरेट भी किया। मिलई राजनीति में आने से पहले कई यूनिवर्सिटीज में अर्थशास्त्र पढ़ा भी चुके हैं। मिलई ने अर्थशास्त्र और राजनीति पर कई किताबें भी लिखी हैं। मिलई ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान अर्जेंटीना के केंद्रीय बैंक को खत्म करने और देश के आर्थिक ढांचे में आमूल-चूल परिवर्तन करने का वादा किया था। साथ ही मिलई ने भ्रष्टाचार, गरीबी को मिटाने और अर्जेंटीना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साख को वापस लौटाने का भी वादा किया। अगस्त में हुए प्राइमरी चुनाव में मिलई को 30 प्रतिशत वोट मिले थे। मिलई 10 दिसंबर 2023 को अर्जेंटीना के नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ले सकते हैं। वहीं विक्टोरिया विलारुएल अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति बनेंगी।