ऋषिकेश। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण में लगी रेल विकास निगम (आरवीएनएल) ने परियोजना की 105 किलोमीटर सुरंग में से 41 किलोमीटर सुरंग बनाकर तैयार कर दी है। 126 किलोमीटर लंबी रेल परियोजना में 105 किलोमीटर ट्रैक का निर्माण सुरंगों के अंदर होगा। रेल विकास निगम के अधिकारी इसे एक उपलब्धि बता रहे हैं। रेल विकास निगम के परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुडी ने बताया कि परियोजना के निमार्णाधीन नौ पैकेजों में से जो सुरंग बनाई गई हैं उन सभी को मिलाकर अभी तक कुल 41 किलोमीटर सुरंग तैयार हो गई है। उन्होंने बताया कि परियोजना की 17 सुरंगों में 11 सुरंग छह किलोमीटर से अधिक लंबी है।
यह सुरंग एनएटीएम तकनीक (न्यू आस्ट्रियन टनलिंग मेथड) के तहत बनाई जा रही है। 126 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के नौ पैकेज में सुरंगों के 80 प्रवेश द्वार होंगे। इसमें से आधे से अधिक तैयार हो गए हैं।
126 किमी रेलवे लाइन का पैकेज:
1- ढालवाला से शिवपुरी पैकेज
2- शिवपुरी से ब्यासी पैकेज
3- ब्यासी से देवप्रयाग पैकेज
4- देवप्रयाग से जनासू पैकेज-
5- जनासू से श्रीनगर पैकेज-
6- श्रीनगर से धारी देवी पैकेज-
7 ए- धारी देवी से तिलनी पैकेज –
7 बी- तिलनी से घोलतीर पैकेज-
8- घोलतीर से गौचर पैकेज-
9 गौचर से कर्णप्रयाग
मालगुडी ने बताया कि सभी पैकेजों पर तेजी से काम चल रहा है। पहले शिवपुरी से व्यासी के बीच 26 दिन में 1.12 किमी सुरंग बनाकर रिकार्ड बनाया गया था। अब परियोजना में चार-पांच दिन में एक किलोमीटर सुरंग बनकर तैयार हो रही है। यह अपने आप में एक और रिकार्ड है।