ज्ञान भंडार
काउंसलिंग में कोचिंग एवं प्रशिक्षण केन्द्र की भूमिका जरुरी


सोक्ट ने आयोजित की कोचिंग एवं प्रशिक्षण संस्थानों की भूमिका पर परिचर्चा
कोचिंग संस्थानों को लेकर श्री वर्मा ने कहा कि वह सिर्फ शिक्षण संस्थान की भूमिका ही नहीं निभाते बल्कि वह एक समाज का हिस्सा भी है। विशिष्ट वक्ता एवं काउन्सलर डा.अगम दयाल ने कहा कि आज के समय की मांग है कि सभी पारम्परिक शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान प्रतियोगी परीक्षाओं की ट्रेनिंग देने वाले संस्थान एवं कोचिंग संस्थान एकसाथ जुड़कर नई पीढ़ी को सही शिक्षा एवं प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करें। एनआरटी इण्डिया के अखिलेश्वर पाण्डेय ने इस मौके पर कहा कि वर्तमान शिक्षा पद्धति युवा पीढ़ी की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पा रही है अतः इसमें आमूल चूल परिवर्तन की आवष्यकता है। इससे पहले विन्देश्वरी तिवारी के संचालन में परिचर्चा का शुभारम्भ संस्था के महासचिव पंकज तिवारी ने सोसायटी ऑफ कॅरियर टेक्नोलॉजी सोक्ट की गतिविधियों की प्रस्तुति के साथ किया। परिचर्चा के दौरान वीएनडी की नीरजा श्रीवास्तवा, कोटा स्टडी फोरम के अभिषेक जायसवाल, ध्रुव ट्यूटोरियल के आलोक उपाध्याय, विवेक श्रीवास्तव, लखनऊ जनविकास महासभा के अध्यक्ष एसके बाजपेई, रमेश प्रसाद अवस्थी-एडवोकेट, रिंकू पाण्डेय, अभा गौ रक्षा महासंघ के कलीम भारतीय, राम किशन साहू सहित कई लोग मौजूद थे।