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RRB : रेलवे भर्ती बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला, कम्प्यूटरीकृत केंद्र बना परेशानी का कारण

नई दिल्ली: रेलवे भर्ती बोर्ड RRB (आरआरबी) इलाहाबाद की सहायक लोको पायलट (एएलपी) और तकनीशियन पदों की भर्ती के लिए आवेदन करना अभ्यर्थियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। इन पदों के लिए आवेदन करने वाले यूपी के अभ्यर्थियों को हजार किमी दूर तक परीक्षा केंद्र आवंटित कर दिए गए हैँ। इससे अभ्यर्थी परेशानी में पड़ गए हैं। आरआरबी इलाहाबाद में एएलपी और तक्नीशियन पदों की भर्ती के लिए बड़ी संख्या में फॉर्म भरे गए हैं।

वहीं बिहार के बाद सबसे ज्यादा आवेदन यूपी में आए हैं। जबकि आरआरबी इलाहाबाद में यूपी से 9.5 लाख अभ्यर्थी हैं। इनमें से तीन लाख अभ्यर्थियों को पंजाब के जालंधर, लुधियाना और बठिंडा भेजा गया है। राजस्थान के जयपुर, जोधपुर से लेकर कई और शहरों में भी इन अभ्यर्थियो को परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए हैं। वहीं मध्य प्रदेश के जबलपुर, भोपाल आदि शहरों में भी सेंटर बनाए गए हैँ। इससे परीक्षार्थी बहुत परेशान हो गए हैं। इलाहाबाद के कई छात्रों ने बताया जैसे, पंकज यादव को बठिंडा, अंबुज शर्मा, सर्वानन कुमार समेत सैकड़ों अभ्यर्थियों को बठिंडा में सेंटर दिया गया है। बठिंडा की इलाहाबाद से ट्रेन से दूरी 925 किमी है। वहीं, अविनाश राय, धीरेंद्र कुमार प्रधान, अमरेश प्रधान, रोहित राय, राहुल कुमार राय समेत सैकड़ों अभ्यर्थियों को जालंधर भेजा गया है। इलाहाबाद से जालंधर की ट्रेन से दूरी 972 किमी है। परीक्षा केंद्र दूर प्रांतों में बनाए जाने से परेशान अभ्यर्थी रेलवे भर्ती बोर्ड के चेयरमैन एसएएम नकवी और रेल मंत्री तक से शिकायत कर रहे हैं। फोन, ट्वीट व ईमेल से शिकायतें भेजी जा रहीं हैं। आरआरबी चेयरमैन ने भी स्वीकारा कि अभ्यर्थियों की शिकायतें मिल रहीं हैं। यूपी से 9.5 लाख अभ्यर्थी हैं। इनमें से 6.5 लाख को अपने प्रदेश में ही सेंटर आवंटित किए गए हैं। कम्प्यूटर आधारित परीक्षा केंद्र न होने के कारण अभ्यर्थियों को दूसरे प्रदेशों में भेजना पड़ा।

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