एक्टर, डायरेक्टर और कैरेक्टर के नाम से बना ‘आरआरआर’, भारतीय क्रांतिकारियों पर बेस्ड है फिल्म
इंडियन सिनेमा में डायरेक्शन के लिहाज से मौजूदा दौर के सबसे बड़े हस्ताक्षर एसएस राजामौली सिनेमाई इतिहास की सबसे महंगी फिल्मों में से एक ‘आरआरआर’ लेकर आ रहे हैं। यह दो भारतीय क्रांतिकारियों अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम की ब्रिटिश हुकूमत और हैदराबाद के निजाम के खिलाफ जंग पर बेस्ड है।
अल्लूरी के रोल में रामचरण तो कोमाराम भीम की भूमिका में जूनियर एनटीआर हैं। इन दोनों के अलावा फिल्म में बॉलीवुड से अजय देवगन और आलिया भट्ट भी अहम रोल में हैं। राजामौली ने अपनी फिल्मों के साथ-साथ क्वॉलिटी फिल्मों की मेकिंग के गुरूमंत्र भी शेयर किए हैं। (हंसते हुए) मैं भी नॉर्मल लोगों वाला ही खाना खाता हूं। बाकी एक बार अगर मेरे जहन में किसी फिल्म की एक इमेज आ जाए तो उसको साकार करने में मैं पीछे नहीं हटता। वैसा करने में कोई भी चैलेंज मुझे डरा नहीं पाता।
मेरी मदद मेरा हार्डवर्क करता है। साथ ही मैं किसी भी हद तक और अंतहीन साल तक अपना एफर्ट डालने को रेडी रहता हूं। हां अपने मन की फिल्म बनाने में जो खर्च होगा, वह मिल सकेगा कि नहीं, वह पहलू मुझे जरूर डराता है। हालांकि वही डर मुझे और बेहतर बनने की ओर प्रेरित करता रहता है।
इसकी बुनियादी कहानी से तो सब वाकिफ हैं। मुझे दरअसल अलग कालखंड के हीरोज और लार्जर देन लाइफ हीरोज को साथ लाकर नामुमकिन को मुमकिन करना पसंद है। मेरी यह आदत बचपन से रही है। उस दौर में ही अगर मैं शिडनी शेल्डन पढ़ता तो उनके हीरोज को यहां तेलुगू के पॉपुलर किरदारों के साथ मिक्स करने में मजा आता था। वह सब मेरे जहन में रह गया था। फिर कट टू प्रजेंट के समय में फिर मैंने सोचा कि क्या होगा, अगर दो बेहद अलग फ्रीडम फाइटरों पर एक फिक्शनल कहानी लाऊं तो? मैंने यहां वही किया है।