RTI का बड़ा खुलासा- खाड़ी देशों में हर दिन होती है 10 से ज्यादा मजदूरों की मौत
खाड़ी देश भारतीय कामगारों के लिए रोजगार का बड़ा जरिया माने जाते हैं. लाखों की संख्या में भारतीय नागरिक सऊदी अरब, दुबई और दूसरे अलग-अलग खाड़ी देशों में काम कर रहे हैं और रोजगार पा रहे हैं. लेकिन इन कामगारों के संबंध में आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना से चौंकाने वाली बात सामने आई है.
इस जानकारी के मुताबिक, खाड़ी देशों में पिछले 6 साल के दौरान हर दिन करीब 10 भारतीय मजदूरों की मौत हुई है. जिसका मतलब है कि इन कामगारों के जरिए देश में आने वाले एक अरब डॉलर के बदले 117 लोग की जान गई है. सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मिली जानकारियों के आधार पर एक एनजीओ ने यह जानकारी दी है.
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, कॉमनवेल्थ ह्यूमन राइट्स इनिशिएटिव के वेंकटेश नायक ने एक जनवरी, 2012 से लेकर 2018 के मध्य तक बहरीन, ओमान, कतर, कुवैत, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय मजदूरों की मौत के बारे में विदेश मंत्रालय से आंकड़े जुटाए हैं. यूएई को छोड़कर अन्य सभी देशों के दूतावास ने यह जानकारी मुहैया कराई है.
वेंकटेश नायक ने कहा, ‘उपलब्ध आंकड़े दिखाते हैं कि 2012 से मध्य 2018 तक छह खाड़ी देशों में कम से कम 24,570 भारतीय मजदूरों की मौत हुई. यह संख्या बढ़ सकती है अगर कुवैत और यूएई से संपूर्ण आंकड़े सार्वजनिक किए जाते हैं. इससे मालूम होता है कि इस दौरान प्रतिदिन 10 मौत हुईं.’
नायक ने कहा कि खाड़ी देशों में काम कर रहे भारतीयों की संख्या उस रकम के आधे से ज्यादा है जो 2012-2017 के बीच विश्व भर से भारत को प्राप्त हुई. भारतीय दूतावास ने आंकड़ों के लिए अपनी वेबसाइट का संदर्भ दिया जहां केवल 2014 के बाद तक के आंकड़े मौजूद थे. जिसके चलते नायक ने लोकसभा और राज्यसभा में संसदीय प्रश्नों के जवाब में मिले आंकड़ों का भी इस्तेमाल किया.