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यूक्रेन में जैविक हथियारों को लेकर UNSC की बैठक में भिड़े रूस-पश्चिमी देश, पुतिन बोले- खतरनाक दौर में दुनिया

मॉस्को : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) द्वारा यूक्रेन (Ukraine) में जैविक हथियारों (biological weapons) की मौजूदगी के आरोप लगाने के बाद अमेरिका (America) और उसके सहयोगी पश्चिमी देशों ने उन्हें खारिज कर दिया है। यूक्रेन में जैविक हथियारों को लेकर दोनों पक्ष संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) की यूक्रेन संबंधी तीसरी बैठक में भी भिड़ गए।

रूस (Russia) का कहना है कि यूक्रेन में अमेरिकी समर्थन से जैविक हथियार गतिविधियां संचालित हो रही हैं, जबकि पश्चिमी देशों ने इन आरोपों को गलत सूचना और मनगढ़ंत कहकर नकार दिया। इस बीच, पुतिन ने वल्दाई डिस्कशन क्लब की वार्षिक बैठक में कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से दुनिया खतरनाक दौर में है।

रूसी राष्ट्रपति ने दुनिया के सबसे खतरनाक दशक में होने के पीछे रूस-यूक्रेन युद्ध को नहीं बल्कि पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया। पुतिन ने कहा, अमेरिका व उसके सहयोगियों के वैश्विक प्रभुत्व का पतन हो रहा है और इसे रोकने के लिए सभी देश हाथापाई कर ”खूनी खेल” खेल रहे हैं, जिससे अराजकता पैदा हो रही है। उन्होंने यूक्रेन में संघर्ष भड़काने के लिए अमेरिका को जिम्मेदार माना।

उन्होंने कहा, मौजूदा टकराव के बावजूद रूस, पश्चिम को अपना शत्रु नहीं मानता है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में रूसी राजदूत वसीली नेबेंजिया ने कहा, हम अपने इन आरोपों की संयुक्त राष्ट्र से जांच कराने को तैयार है कि यूक्रेन जैविक हथियारों के उपयोग पर पाबंदी लगाने वाले समझौते का उल्लंघन कर रहा है।

जबकि अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने इस बैठक को समय की भारी बर्बादी बताते हुए रूसी आरोपों को मनगढ़ंत बताया। उन्होंने रूसी दावे को दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा बताया, ताकि उसके अत्याचारों से ध्यान भटकाकर अवैध युद्ध को वैध ठहराया जा सके। रूसी दावा 310 पेजों के दस्तावेज पर केंद्रित है, जिसे रूस ने परिषद के सदस्यों को बांटा है।

ब्रिटिश राजदूत बारबरा वुडवर्ड ने परिषद से कहा कि 24 फरवरी के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से रूस ने लगातार दुष्प्रचार किया है, जिसमें डर्टी बमों, रासायनिक हथियारों और जैविक अनुसंधानों के बारे में खोखले दावे शामिल हैं। उन्होंने पूछा, हमें इस बकवास को कब तक झेलना होगा। फ्रांसीसी राजदूत निकोलस डि रिवेरे ने कहा कि रूस कोशिश कर रहा है कि हम यह भूल जाएं कि वह संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने अमेरिका पर यूक्रेन में प्लेग, एंथ्रेक्स और इन्फ्लूएंजा जैसे घातक रोग फैलाने का आरोप लगाया।

रूसी राष्ट्रपति ने कहा, रूस का पश्चिम और नाटो के अग्रणी देशों के लिए एक संदेश है- चलो दुश्मन बनना बंद करो, चलो एक साथ रहते हैं। हालांकि इस बयान पर अमेरिका ने कहा, उनकी यह टिप्पणी नई नहीं है, क्योंकि पुतिन एटमी जंग की धमकी भी दे चुके हैं। उधर, पुतिन ने कहा कि वह यूक्रेन से बातचीत के लिए तैयार थे, लेकिन यूक्रेन कभी वार्ता की मेज पर नहीं बैठा।

उन्होंने कहा, हमसे ये नहीं पूछा जाना चाहिए कि हम बातचीत को तैयार हैं या नहीं। बल्कि यूक्रेनी नेताओं ने रूस से बातचीत न करने का फैसला किया। अगर अमेरिका यूक्रेन को समस्या हल करने की इजाजत देता है तो संघर्ष को खत्म करना आसान है।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के किसी भी इरादे से इन्कार किया लेकिन वहां के संघर्ष को पश्चिम द्वारा अपने वैश्विक प्रभुत्व को सुरक्षित करने के कथित प्रयासों का हिस्सा बताया। उन्होंने जोर दिया कि वैश्विक प्रभुत्व की पश्चिमी कोशिश नाकाम होगी।

पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय विदेश नीति विशेषज्ञों के एक सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि रूस के लिए यूक्रेन पर परमाणु हथियारों से हमला करना निरर्थक है। उन्होंने कहा, हमें इसकी कोई जरूरत नहीं दिख रही है। इसका कोई सियासी या सैन्य मतलब भी नहीं है।

यूक्रेन भर में 40 लाख लोग बिजली कटौती से प्रभावित
राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने बताया कि रूस के बमबारी के कारण यूक्रेन भर में 40 लाख लोग बिजली कटौती से प्रभावित हुए हैं।

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