रूस ने यूक्रेन में भाड़े के विदेशी सैनिकों का प्रशिक्षण केंद्र किया ध्वस्त
मॉस्को। रूसी सेना ने दावा किया कि उसने यूक्रेन के सशस्त्र बलों के विशेष अभियान बलों (एसएसओ) के प्रशिक्षण अड्डे पर सटीक हमला किया, जहां भाड़े के विदेशी सैनिक थे। आरटी के मुताबिक, रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, “यूक्रेनी सशस्त्र बलों के विशेष अभियान बलों के प्रशिक्षण केंद्र पर मिसाइलें दागी गईं, जहां भाड़े के विदेशी सैनिक प्रशिक्षण ले रहे थे।”
एजेंसी के अनुसार, मिसाइल हमले में 100 से अधिक सैन्य एसओएफ और भाड़े के विदेशी सैनिक मारे गए। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी सशस्त्र बलों ने इससे पहले कालिब्र मिसाइलों से हमले कर क्षतिग्रस्त यूक्रेनी बख्तरबंद वाहनों की मरम्मत के लिए बनीं कार्यशालाओं को नष्ट कर दिया।
बयान में कहा गया है, “19 मार्च की शाम और 20 मार्च की सुबह, यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे की सुविधाओं पर लंबी दूरी के सटीक हथियारों से हमले किए गए। युद्ध अभियानों में क्षतिग्रस्त यूक्रेनी बख्तरबंद वाहनों की मरम्मत के लिए बनीं कार्यशालाओं को नष्ट कर दिया गया। बताया गया है कि कैस्पियन सागर के पानी से कैलिबर मिसाइलों के साथ-साथ क्रीमिया के ऊपर के हवाई क्षेत्र से हमले कर मायकोलाइव क्षेत्र के गांव के पास एक बड़े ईंधन भंडारण स्थल को नष्ट कर दिया गया।
इससे पहले, अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि की थी कि रूस ने यूक्रेन में युद्ध के दौरान डैगर हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया था। सीएनएन ने बताया कि इस तरह की मिसाइलों के इस्तेमाल का यह पहला मामला है।
मालूम हो कि नया रॉकेट 6,000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम है, जो ध्वनि की गति से पांच गुना तेज है। इसकी विशेषताएं कम उड़ान प्रक्षेपवक्र और गतिशीलता हैं। यूएनआईएनए ने बताया कि ये सभी कारक उपग्रहों और विशेष राडार द्वारा हाइपरसोनिक मिसाइलों का पता लगाने को जटिल बनाते हैं।