रूस के कीव पर हमले तेज, सैकड़ों लोगों ने छोड़ा देश; UN ने कहा- अब तक हो चुकी है 700 लोगों की मौत
कीव: रूसी सेना (Russian Army) से घिरे यूक्रेन (Ukraine) के मारियुपोल से एक मानवीय गलियारे के जरिए करीब 20,000 लोगों ने बंदरगाह शहर छोड़ दिया। अभी तक इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने वहां से पलायन नहीं किया था। इस बीच, रूसी बलों (Russian Forces) ने कीव (Kyiv) पर बमबारी तेज कर दी और एक अपार्टमेंट, एक सबवे स्टेशन और अन्य असैन्य स्थलों को नष्ट कर दिया।
कूटनीतिक मोर्चे पर, एक शीर्ष यूक्रेनी वार्ताकार एवं राष्ट्रपति के सलाहकार मिखाइलो पोदोलियाक ने रूस के साथ ताजा वार्ता को ‘‘बहुत मुश्किल एवं कठिन” बताया और कहा कि दोनों पक्षों के बीच ‘‘मूलभूत विरोधाभास” है। उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘समझौते की निश्चित तौर पर गुंजाइश है।” उन्होंने बताया कि वार्ता बुधवार को भी जारी रहेगी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के वरिष्ठ अधिकारी (डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ) इहोर झोव्कवा ने मंगलवार को कहा था कि रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधियों के बीच बातचीत ‘‘अधिक रचनात्मक” हो गई है। उन्होंने कहा कि रूस ने अपना सुर बदला है और उसने यूक्रेन से आत्मसमर्पण करने की मांग करना बंद कर दिया है। झोव्कवा ने कहा था कि वार्ता के बाद यूक्रेनी प्रतिनिधियों को समाधान निकलने की कुछ उम्मीद है।
इस बीच, देश छोड़कर जाने वाले लोगों की संख्या 30 लाख के पार पहुंच गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लगभग 20,000 लोग ज़ापोरिज्जिया शहर की ओर जाने वाले मानवीय गलियारे के माध्यम से 4,000 निजी वाहनों में मारियुपोल छोड़ने में कामयाब रहे। पोलैंड, चेक गणराज्य और स्लोवेनिया के नेता युद्धग्रस्त देश के प्रति मजबूत समर्थन दिखाने के लिए यूरोपीय संघ के मिशन पर कीव पहुंचे। वहीं, कीव में भोर से पहले भीषण विस्फोट किए गए। यूक्रेनी अधिकारियों ने इसे तोपों से किया गया हमला बताया। कीव पर रूस का हमला अधिक व्यवस्थित होता प्रतीत हो रहा है।
जेलेंस्की ने कहा कि शहर में चार बहुमंजिला इमारतों पर बमबारी की गई, जिसमें कई लोग मारे गए। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मंगलवार को वार्ता से पहले कहा था कि रूस अपनी इस मांग पर जोर देगा कि यूक्रेन, उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने की अपनी कोशिश छोड़ दे। मॉस्को के साथ समझौता का संभावित आधार मुहैया कराते हुए जेलेंस्की ने लंदन में एकत्र यूरोपीय नेताओं से कहा कि उन्हें लगता है कि नाटो का यूक्रेन को स्वीकार करने का कोई इरादा नहीं है।
जेलेंस्की ने कहा, ‘‘हमने नाटो के खुले दरवाजों के बारे में वर्षों से सुना है”, लेकिन हमने यह भी सुना है कि ‘‘हम इन दरवाजों के जरिए उसमें प्रवेश नहीं कर सकते।” इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि यूक्रेन में जारी युद्ध में करीब 700 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन वास्तविक संख्या इससे भी अधिक हो सकती है।