रूस-सीरिया की बमबारी से अलेप्पो-इदलिब के कई क्षेत्र तबाह, 25 लोगों की मौत
अम्मान : सीरिया में विद्रोही गुट द्वारा देश के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पोऔर इदलिब (Idlib) के काफी बड़े हिस्से पर कब्जा करने के बाद की गई रूस-सीरिया की कार्रवाई में उत्तर-पश्चिमी सीरिया के भीतर कम से कम 25 लोग को मारे गए। सीरियाई विपक्ष द्वारा संचालित बचाव सेवा ने सोमवार को कहा कि रूसी व सीरियाई जेट विमानों ने दोनों शहरों पर तेज हमले किए। उधर, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने विद्रोहियों को कुचलने का संकल्प लिया।
रूस-सीरिया के सैनिकों और विद्रोहियों के बीच हुई आमने-सामने की झड़पों में अब तक 300 से ज्यादा मौतों की अपुष्ट सूचना है। विद्रोही गुट में हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) और उसके सहयोगी संगठन शामिल हैं। इन्हें अलकायदा का समर्थन हासिल है। समूह ने कहा, 27 नवंबर के बाद से उसके पक्ष के मृतकों की कुल संख्या 56 हो गई है, जिसमें 20 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, व्हाइट हेल्मेट ने स्पष्ट किया कि सीरियाई सरकार और रूस द्वारा किए गए हवाई हमलों में उत्तर-पश्चिमी सीरिया में 25 मौतें हुई हैं। निवासियों ने कहा कि एक हमले में इदलिब के केंद्र में एक भीड़भाड़ वाले आवासीय क्षेत्र पर हमला हुआ। यहां तुर्किये सीमा के पास विद्रोहियों के इलाके में 40 लाख लोग अस्थायी तंबुओं में रहते हैं।
सीरियाई और इराकी सूत्रों ने सोमवार को कहा कि सरकार की मदद के मकसद से इराकी लड़ाके रातोंरात सीरिया में घुस गए हैं। उधर, तेहरान ने भी दमिश्क सरकार की सहायता करने का वादा किया है। दो इराकी सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि मुख्य रूप से बद्र और नुजाबा समूहों से 300 लड़ाके आधिकारिक सीमा पार कर गए। राष्ट्रपति असद नेे कहा, आतंकी सिर्फ बल की भाषा जानते हैं और इसी भाषा से हम उन्हें कुचल देंगे। सीरियाई सेना ने कहा कि अलेप्पो में लड़ाई में उसके दर्जनों सैनिक मारे गए हैं। हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) एक इस्लामी समूह है जिसे अमेरिका, रूस, तुर्किये और अन्य सरकारों ने आतंकी संगठन घोषित किया है।