लवली कंडारा एनकाउंटर के कारण सफाई कर्मचारियों की हड़ताल
जोधपुर। लवली कंडारा के एनकाउंटर के बाद अपनी मांगों को लेकर पिछले 2 दिनों से जोधपुर में सफाई कर्मियों की झाड़ू डाउन हड़ताल है हड़ताल का आज तीसरा दिन है लेकिन अभी तक इसी प्रकार की कोई सहमति नहीं बनी है वही अब जोधपुर में सड़कों पर गंदगी के ढेर दिखाई देने लगे हैं। दशहरा पर गंदगी से अटे शहर के बाद अब शहर सड़ांध मारने में लगा है।हर कहीं कचरें के ढेर लग चुके है। यहां तक की घर-घर कचरा संग्रहण की गाडियां भी नहीं आ रही। लोगों के घरों में भी दो दिन से कचरा एकत्र हो चुका है। दो दिनों से हड़ताल की घोषणा से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। गटर लाइनों के चौक होने से स्थितियाँ और बदतर हो रही है।
बुधवार शाम जोधपुर के डिगाड़ी क्षेत्र में जवाबी फायरिंग में रातानाड़ा पुलिस के हाथों हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा की मौत हो गई। इसके बाद से वाल्मीकि समाज में रोष है। एनकाउंटर के बाद जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में सफाई कर्मियों की भारी भीड़ उमड़ी थी और सफाई आयोग के पूर्व अध्यक्ष चंद्रप्रकाश टायसन ने झाड़ू डाउन हड़ताल का ऐलान किया था जिसके बाद से अपनी मांगों को लेकर वाल्मीकि समाज के लोग धरना भी दे रहे हैं और झाड़ू डाउन हड़ताल पर हैं जिससे कि शहर में सफाई व्यवस्था बिगड़ चुकी है।
नगर निगम के अधीन जोधपुर शहर में 4 हजार सफाईकर्मी नियुक्त है, ऐसे में सभी हड़ताल पर होने से शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई हैै। इधर नगर निगम भी इन सफाई कर्मियों के हड़ताल को लेकर कोई एक्शन नहीं ले रहा। शहर में घर-घर कचरा संग्रहण का काम भी ठप्प होने से हर घर में कचरा एकत्र हो चुका है। अनुमान के मुताबिक जोधपुर शहर प्रति दिन करीब 500 टन कचरा उगलता है। दो दिन से यह कचरा ना तो साफ हुआ और ना ही निगम के केरु स्थित डम्पिंग यार्ड पहुंचा। ऐसे शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर लग चुके है।