संजू सैमसन ने जड़ी विस्फोटक सेंचुरी, लगाए इतने छक्के फिर भी हार गई टीम
नई दिल्ली : संजू सैमसन को वनडे विश्व कप में तो टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन अब जब भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सीरीज होनी है तो उसके लिए वनडे टीम में संजू सैमसन का नाम शामिल है। जल्द ही टीम दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हो जाएगी। लेकिन इससे पहले ही संजू सैमसन ने अपने फार्म के दर्शन करा दिए हैं। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार विस्फोटक शतक जड़ा। उन्होंने चौके और छक्कों की झड़ी सी लगा दी, लेकिन इसके बाद भी उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा।
विजय हजारे ट्रॉफी में आज केरला और रेलवे के बीच मुकाबला खेला गया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी रेलवे की टीम ने निर्धारित 50 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 255 रनों का एक ठीकठाक सा स्कोर खड़ा किया। इसमें साहब युवराज ने 121 रनों की शतकीय पारी खेली। उन्होंने 136 बॉल का सामना किया और अपनी पारी के दौरान एक छक्के के साथ साथ 13 चौके भी लगाए। वहीं प्रथम सिंह ने 77 बॉल पर 61 रनों की पारी खेली। यानी अब केरला को जीत के लिए 256 रनों की जरूरत थी।
संजू सैमसन की कप्तानी वाली केरला की टीम को पहला झटका उस वक्त जल्दी लग गया, जब रोहन कुन्नूमल अपनी चौथी ही गेंद पर शून्य पर आउट हो गए। इसके बाद सचिन बेबी भी नौ रन बनाकर पवेलियन लौट गए। सलमान निजार भी दो रन पर आउट हो गए। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए कप्तान संजू सैमसन को आना पड़ा। उन्होंने पहले कृष्णा प्रसाद के साथ मिलकर साझेदारी की और उसके बाद श्रेयस गोपाल का भी उन्हें साथ मिला। संजू सैमसन ने अपने अंदाज में विस्फोटक बल्लेबाजी की और अपनी टीम को जीत दिलाने की भरपूर कोशिश की।
संजू सैमसन ने अपनी पारी के दौरान 139 गेंदों का सामना किया और 128 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। इस दौरान छह छक्के और आठ चौके लगाए। लेकिन इससे पहले कि टीम जीत पाती, वे आउट हो गए। उनके आउट होने के बाद बाकी बल्लेबाज भी ज्यादा कुछ नहीं कर सके और छोटी छोटी पारियां खेलकर आउट हो गए। केरला ने 50 ओवर में आठ विकेट के नुकसान पर 237 रन बनाए। यानी शतक के बाद भी संजू की टीम को 18 रन से हार का सामना करना पड़ा।