काशीपुर। पूर्व सांसद स्व० सत्येन्द्र चन्द्र गुड़िया की बारहवीं पुण्यतिथि पर आज हम उनको स्मरण कर रहे हैं। वह एक ऐसी राजनीतिक शख्सियत थे जिनके कार्यों की प्रसंशा उनके विरोधी भी करते थे। उन्होंने कभी भी राजनीतिक ताकत का दुरूपयोग नहीं किया। उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, पंचायत राज, सिंचाई, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने रविवार को बाजपुर रोड स्थित एस0 सी0 गुड़िया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड लॉ कॉलेज विधि परिषद के आभासी न्यायालय का उद्घाटन करते हुए कही।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि काशीपुर क्षेत्र में आज जो भी विकास दिखाई दे रहा है वह स्व० गुड़िया जी की ही देन है। उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में जो अभूतपूर्व कार्य किये गये जिसके लिए उन्हें हमेंशा याद किया जायेगा। स्व० सत्येन्द्र चन्द्र गुड़िया से लोग इसलिए खुश रहते थे कि वह जनहित में जो भी बात कहते थे उसे अवश्य पूरा करते थे। उनके अंदर कमाल की राजनीतिक और प्रशासनिक क्षमता थी। वह अपनी स्पष्टवादिता से सभी का दिल जीत लेते थे। उन्होने बताया कि स्व० सत्येन्द्र चन्द्र गुड़िया प्रदेश की एन. डी. तिवारी सरकार में उद्योग, सिंचाई एवं गन्ना मंत्री रहे और नैनीताल से सांसद भी रहे। वह उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के सदस्य रहने के साथ-साथ पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय प्रशासक मण्डल के सदस्य रहे, उत्तरांचल आवास सलाहकार परिषद के अध्यक्ष रहे। उन्हे ऑल इण्डिया ऑफ इंटेलेक्चुअल द्वारा उत्तरांचल रत्न से भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में डॉक्टर दीपिका गुड़िया आत्रेय द्वारा सभी सम्मानित अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए डॉ0 दीपिका गुड़िया आत्रेय ने कहा कि आज का दिन वह दिन है जब पिता स्वर्गीय सत्येंद्र चंद गुड़िया हमें छोड़कर आत्मा के अनंत रूप में विलीन हो गए थे। बावजूद इसके हम उनकी पुण्यतिथि को शोक दिवस के रूप में नहीं बल्कि हर वर्ष विकास के नए संकल्पों के रूप में मनाते हैं और श्री गुड़िया जी भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं परंतु उनके आदर्श और सिद्धांत आज भी हमें नई ऊर्जा और ताकत प्रदान करते हैं।