भोपाल : हॉस्टल में बच्ची से स्कूल मालिक ने किया रेप, CM के आदेश पर हुई गिरफ्तारी
भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी को शर्मसार कर देने वाली एक खबर में स्कूल के मालिक ने हॉस्टल में एक बच्ची का रेप किया। 14 मई को पुलिस ने निजी स्कूल के मालिक को दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पीड़िता की मां पर केस दर्ज न करने का दबाव बनाने वाले इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि पीड़िता की मां पर दबाव बनाने के आरोप में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर को पहले भी निलंबित किया जा चुका है। इससे पहले पुलिस ने 30 अप्रैल को दुष्कर्म की शिकायत के बाद तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्रद्धा तिवारी ने पहचान की पुष्टि करते हुए बताया कि स्कूल मालिक मुनिराज मोदी को छात्रावास में रहने वाली आठ साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है।
तिवारी ने यह भी बताया कि निलंबित सब-इंस्पेक्टर प्रकाश सिंह राजपूत को पीड़िता की मां पर शिकायत दर्ज न करने का दबाव बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि अन्य सह-आरोपियों की पहचान की प्रक्रिया अभी चल रही है। घटना के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने के निर्देश दिए थे।
पुलिस ने पहले बताया था कि एक निजी स्कूल में दूसरी कक्षा की छात्रा के साथ उसके छात्रावास में बलात्कार किया गया। इसके बाद, 30 अप्रैल को तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। शिकायत के जवाब में पुलिस ने तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था।
इसके बाद मामला सुर्खियों में आ गया है. चौतरफा दबाव पड़ता देख पुलिस ने 30 अप्रैल को पीड़िता की मां की तहरीर के आधार पर आरोपी स्कूल मालिक सहित तीन के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार) और पॉक्सो एक्ट की प्रासंगिक धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया. इसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की, लेकिन दो सप्ताह बाद मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है.
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इस मामले में निलंबित किए गए उपनिरीक्षक प्रकाश सिंह राजपूत को भी पीड़िता की मां पर पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराने का दबाव बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस घटना के सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच के आदेश दिए थे. अभी दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
बताते चलें कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के मामले में मध्य प्रदेश पूरे देश में तीसरे स्थान पर है. साल 2022 के नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार देश भर में बलात्कार के 31 हजार से ज्यादा केस दर्ज हुए थे. इसमें राजस्थान में 5399, उत्तर प्रदेश में 3690 और मध्य प्रदेश में 3039 केस दर्ज हुए थे. महिलाओं से अपराध के मामले में राजस्थान पहले नंबर पर था.