स्कूल बंद, धारा 144 और फ्री बस सर्विस… CET परीक्षा के चलते हरियाणा सरकार के 5 बड़े फैसले
रोहतक : हरियाणा सरकार ने राज्य में ग्रुप डी के 13,536 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित होने वाली कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (Haryana CET) परीक्षा के मद्देनजर जरूरी गाइडलाइंस जारी की है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुवार को परीक्षा के दौरान इंतजामों की समीक्षा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इस हाई लेवल मीटिंग में डिवीजनल कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर, रेंज पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक भी शामिल रहे.
ग्रुप डी पदों के लिए सीईटी परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित की जाएगी. सीईटी ग्रुप डी परीक्षा 21 और 22 अक्टूबर को राज्य के 17 जिलों और चंडीगढ़, जो एक परीक्षा केंद्र भी है, के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों में सुबह 10 बजे से 11.45 बजे और दोपहर 3 बजे से 4.45 बजे तक होगी. प्रत्येक शिफ्ट में लगभग 3.5 लाख उम्मीदवारों के परीक्षा में शामिल होने की उम्मीद है. परीक्षा के लिए कुल 13,75,151 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है.
गुरुवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “ग्रुप डी पदों के लिए परीक्षा के कारण शनिवार को हरियाणा के सभी स्कूलों में छुट्टी रहेगी. स्कूल शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं.” एक अन्य बयान के अनुसार, हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि सीईटी परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों को राज्य सरकार की फ्री बस सुविधा देगी. उन्होंने कहा कि महिला उम्मीदवारों के साथ आने वाले परिवार के एक सदस्य को भी मुफ्त यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी. मंत्री ने कहा कि उम्मीदवारों को सुबह के सत्र के लिए सुबह 7.30 बजे और शाम के सत्र के लिए दोपहर 12 बजे तक जिला या उप-मंडल स्तर पर पास के बस स्टैंड पर पहुंचना होगा. उम्मीदवारों को उनकी परीक्षा के बाद वापस भी छोड़ दिया जाएगा.
उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को किसी भी बस के खराब होने की स्थिति में सभी बस अड्डों और उप-केंद्रों पर पांच और दो बसें रिजर्व करने का निर्देश दिया. सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में बसें पहुंच सकेंगी. इसके लिए हरियाणा रोडवेज की 3,000 बसें और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों की बसों का इस्तेमाल किया जाएगा. बयान में कहा गया है कि उम्मीदवार अपना एडमिट कार्ड दिखाकर इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं.
लेवल मीटिंग में मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी करते हुए जोर दिया कि योग्यता के आधार पर भर्ती करना सरकार का प्राथमिक उद्देश्य है. खट्टर के हवाले से एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “इसलिए, यह जरूरी है कि परीक्षा बिना किसी व्यवधान के आगे बढ़े और यह जिम्मेदारी हम सभी पर आती है.” उन्होंने पेपर लीक, नकल या हैकिंग जैसी घटनाओं को रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर कर्मचारियों की तैनाती और सख्ती के निर्देश दिए हैं. अधिकारियों के अनुसार, परीक्षा केंद्रों के 500 मीटर के दायरे में धारा 144 के तहत गैर-जरूरी आवाजाही बंद रहेगी. इसके अलावा साइबर कैफे, कोचिंग सेंटर और स्टेशनरी की दुकानें परीक्षा के दिन बंद रहेंगी.