स्पोर्ट्स डेस्क : स्क्रैबल वर्ल्ड यूथ कप 2021 में टॉप 10 में युवा स्क्रैबल प्लेयर्स माधव गोपाल कामथ और सुयश मंचली ने भारत के लिए अभी तक का बेस्ट प्रदर्शन किया. माधव टूर्नामेंट के बेस्ट अंडर-12 खिलाड़ी रहे. पिछले एडिशन में उन्होंने टूर्नामेंट का बेस्ट अंडर-8 और अंडर-10 खिलाड़ी का खिताब जीता था.
बैंगलोर के 12 वर्ष के सुयश को आठवां स्थान मिला और टूर्नामेंट के बेस्ट अंडर-14 खिलाड़ी बने और पहली बार जब भारत के दो प्लेयर्स ने टॉप 10 में जगह बनाई. कोरोना की वजह से ऑनलाइन हुए इस टूर्नामेंट में 18 वर्ष से कम उम्र के टॉप 72 प्लेयर थे. इसमें भारत, पाकिस्तान, नाइजीरिया, यूनाईटेड किंगडम, अमेरिका समेत 14 देशों ने भाग लिया.
इन सभी ने 7 से 15 अगस्त के बीच पहले राउंड में 36 गेम्स खेले थे, जिसमें से टॉप 10 खिलाड़ियों ने फाइनल राउंड में जगह बनाई. नई दिल्ली के संस्कृति स्कूल में छठी क्लास में पढ़ने वाले माधव ने दूसरा स्थान पाया. उनसे पहले भारत के किसी भी स्क्रैबल प्लेयर ने ये मुकाम हासिल नहीं किया है.
माधव मामूली अंतर से पाकिस्तान के डिफेंडिंग चैम्पियन सैयद इमाद अली से हार गए और टॉप पोजीशन पाने से चूक गए. माधव और सैयद दोनों ने ही 13 मैचों में से 9 में जीत हासिल की, सैयद को उनके और प्रतिद्वंद्वी प्लेयर्स के स्कोर के बीच के अंतर के चलते चैम्पियन घोषित किया गया.
माधव को टूर्नामेंट का बेस्ट अंडर-12 खिलाड़ी चुना गया. पिछले एडिशन में उन्होंने टूर्नामेंट का बेस्ट अंडर-8 और अंडर-10 खिलाड़ी का खिताब जीता था. माधव की तरह ही बैंगलोर के 12 वर्ष के सुयश ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए आठवां नंबर पाया. उन्हें इस टूर्नामेंट का बेस्ट अंडर-14 खिलाड़ी भी चुना गया. ऐसा पहली बार है जब भारत के दो प्लेयर्स ने टॉप 10 में जगह बनाई है.
सुयश ने इससे पहले टूर्नामेंट के 2019 एडिशन में अंडर-12 का खिताब जीता था. माधव और सुयश के अलावा भारत की आठ सदस्यीय टीम में श्रेयस गुप्ता, एकांश अरोड़ा, अमोघ भामेरकर, प्रमीत राव, देवांश मालपानी और आरुष जोतवानी का नाम भी है. भारतीय टीम को खेल की सच्ची भावना दिखाने के लिए ‘स्पिरिट ऑफ स्क्रैबल’ खिताब से नवाजा गया.