जीवनशैली

संकल्प से बढ़ेगी अच्छी भावनाओं की शक्ति, संयम से मिलेगी अवसाद पर विजय

भावना विनियमन’ पर ‘बेबीनार’ का दूसरा दिन, मनोविशेषज्ञों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव,

संयम से इस विषम परिस्थिति से उपजने वाले अवसाद को नियंत्रण में लाया जाना सम्भव हो सकता है। सकारात्मक ऊर्जा का संचरण ही लोगों को इस अवसाद की स्थिति से उबार सकेगा। 

लखनऊ, 11 मई, वैश्विक महामारी कोरोना के कारण दुनिया भर के करोड़ों लोगों में उपज रही भावनात्मक नकारात्मकता को लेकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान ‘रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय’ में चल रहे ‘ग्लोबल-वेबिनार’ का सोमवार को दूसरा और अंतिम दिन था । संस्थान के सामाजिक विज्ञान विभाग द्वारा ‘कोरोना काल मे भावनाओ का विनियमन- भारतीय एवं पाश्चात्य दृष्टिकोण’ विषय पर आयोजित इस ‘वेबिनार’ में दूसरा दिन संकल्प और संयम के महत्त्व को समझने के लिए विशेष रहा। विद्धानजनो की इस चर्चा में निकलकर आया कि संकल्प से अच्छी भावनाओं को उभार कर मानव जाती भावनात्मक शक्ति में वृद्धि कर सकती है। इसी तरह संयम से इस विषम परिस्थिति से उपजने वाले अवसाद को नियंत्रण में लाया जाना सम्भव हो सकता है। सकारात्मक ऊर्जा का संचरण ही लोगों को इस अवसाद की स्थिति से उबार सकेगा। 

वेबिनार के पहले दिन जहां दुनिया भर के विद्याविदों और मनोविशेषज्ञों ने वीडियो-कांफ्रेंसिंग तकनीक के माध्यम से लोगों के मन-मष्तिष्क में उपजे अवसाद और नकारात्मकता से कैसे निजात पाने के तरीकों पर बात की, वहीं दूसरे दिन इस चर्चा को आगे बढ़ाते हुए विशेषज्ञों ने समस्या के समाधान पर बल दिया। बात उन कारकों पर हुयी जिनसे से लोगों को इस महाविपत्ति के कारण उतपन्न होने वाले मानसिक आघात से उबारा जाएगा। 

आयोजन की समाप्ति पर उपरोक्त बातें बताते हुए वेबिनार की संयोजिका प्रियंका शुक्ला ने कहा कि दो दिवसीय यह आयोजन लोगों की अभिरुचि और विषयगत महत्वपूर्ण चर्चा के लिये पूरी तौर पर सफल रहा। बड़ी संख्या में विद्यार्थियों और शिक्षविदों द्वारा इसका लाभ लिया गया। सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए डिजिटल माध्यम से आयोजित इस वेबिनार में देशभर के लोग ऑनलाइन शामिल हुए। वेबिनार में दूसरे दिन बोधि ट्री फाउंडेशन की कार्यपालक निदेशक,नव्हा आनंद, सयानी ट्रस्ट के संचालक डॉ आशुतोष श्रीवास्तव, नॅशनल पीजी कॉलेज की सहायक प्रोफ़ेसर डॉ नेहा श्रीवास्तव, जेसीयू सिंगापुर से मनीषा अग्रवाल विभिन्न विषयों पर विस्तृत और महत्वपूर्ण चर्चा की। आयोजन के अंत में डॉ पवित्रा बाजपेई और डॉ अमीश सिंह ने अपने विचारों को रखने के साथ सभी का आभार प्रकट करते हुए आयोजन के लिए दुनियाभर के विषय विशेषज्ञों और प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया।    

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