बक्सर : बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन पर 48 घंटे के अंदर दूसरा ट्रेन हादसा हुआ है. यहां अब ट्रेन का एक इंजन पटरी से उतर गया है, जो पहले से डीरेल हो चुकी नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस की बोगियों को लूप लाइन लेकर जा रहा था. इस हादसे पर किसी भी अधिकारी ने कुछ बोलने से इनकार कर दिया है, और सभी ने चुप्पी साध ली है।
बता दें कि इस स्टेशन के नजदीक ही 11 अक्टूबर की रात 9.35 बजे नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस की 6 बोगियां पटरी से उतर गईं थी. इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इनमें से गंभीर रूप से घायल 20 लोगों को इलाज के लिए पटना एम्स रेफर कर दिया गया था. जो ट्रेन (नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस) हादसे का शिकार हुई थी, वह दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन से गुवाहाटी के कामाख्या स्टेशन जाती है।
हादसे में ट्रेन के 6 कोच डीरेल हुए थे, जिसमें 2 एसी कोच शामिल थे. हादसे के बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक्टिव हो गए थे और उन्होंने सोशल मीडिया पर घटना के बारे में अपडेट देना शुरू कर दिया था. तेजस्वी यादव ने बताया था,’उन्होंने बक्सर के डीएम के अलावा चिकित्सा अधिकारियों से भी बात की है. वह घटना पर नजर बनाए हुए हैं।
डीरेल हुई ट्रेन के गार्ड विजय कुमार ने हादसे का आंखोदेखा हाल बताया था. उन्होंने कहा था कि ट्रेन नॉर्मल स्पीड से चल रही थी. वह बैठ कर अपना कुछ कागजी काम कर रहे थे. तभी अचानक एक ब्रेक लगा और गाड़ी में धीरे-धीरे झटके आने लगे थे. फिर एक बड़ा झटका लगा था. इस दौरान विजय कुमार बेहोश हो गए थे. पांच मिनट बाद उन्हें होश आया था. होश आने पर उन्होंने अपनी आंखों पर पानी के छींटे मारे. उन्हें नहीं पता कि लोको पायलट ने अचानक से ब्रेक क्यों मारा. इस बारे में वह ही अच्छे से बता सकता है कि ऐसा क्यों हुआ और क्यों उसे इस तरह ट्रेन के ब्रेक लगाने पड़े।