आजादी के जश्न में 3 तरह के हमलों का अलर्ट, सुरक्षा एजेंसियां चौकस
नई दिल्ली : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आतंकी हमले का खुफिया अलर्ट है। खास बात यह है इस बार तीन तरह का खुफिया अलर्ट है, जिसके आधार पर सुरक्षा एजेंसियां चौकसी बरत रही हैं। दरअसल इस बार सुरक्षा एजेंसियों को स्वतंत्रता दिवस को लेकर अलग-अलग तरह के संभावित खतरे से सतर्क रहने को कहा गया है। इसमें तकनीक के इस्तेमाल से लेकर लांचिंग पैड और आतंकियों की घुसपैठ करने की बात सामने आई है।
ये हैं तीन तरह के खुफिया अलर्ट
- पहला अलर्ट ड्रोन अटैक कर तबाही मचाने का है। खुफिया अलर्ट में जिक्र किया गया है कि आतंकी इसके लिए पीओके में ड्रोन से निशाना लगाने का अभ्यास कर रहे हैं।
- दूसरा अलर्ट है कि आतंकी मेटल डिटेक्टर को चकमा देने वाले सॉफिस्टिकेटेड आईईडी का इस्तेमाल कर बड़ी वारदात को अंजाम देना चाहते हैं।
- तीसरे अलर्ट में आतंकियों का एक जत्था पीओके में कोटिल (केओटीआईएल) नाम के लॉन्चिंग पैड से जबकि दूसरा पीओके में डाटोटे (डीएटीओटीई) नाम के लांचिग पैड से घुसपैठ कर दिल्ली पहुंचाने की फिराक में होने का जिक्र है।
खुफिया अलर्ट में सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं कि कोई संदिग्ध चीज मिले तो उसकी बेहद सावधानी से जांच करें। अगर बम हो तो उसे डिफ्यूज करने में भी ज्यादा सावधानी बरतें। क्योंकि सॉफिस्टिकेटेड आईईडी मेटल डिटेक्टर को भी चकमा दे सकता है। इसलिए जो पुलिसकर्मी मेटल डिटेक्टर पर तैनात हैं वो भी खास सावधानी बरतें और सही से जांच करें।
आकाशीय हमले का खुफिया इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। ड्रोन हमले की आशंका के मद्देनजर पूरी सावधानी बरती जा रही है। हवा में उड़ने वाली चीजों पर सुरक्षा कर्मियों की पैनी नजर है। ड्रोन हमले की आशंका के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने हवा में उड़ने वाली चीजों पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है। इसके तहत पैरा-ग्लाइडर, पैरा-मोटर्स, हैंग ग्लाइडर, यूएवी, यूएएस, माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट, रिमोट से चलने वाले विमान, हॉट एयर बैलून, छोटे आकार के बैटरी से चलने वाले एयरक्राफ्ट, क्वाडॉप्टर्स और पैरा जंपिंग उड़ान पर 15 अगस्त तक प्रतिबंध है।
खुफिया अलर्ट में साफ कहा गया है कि आतंकियों के रडार पर महत्वपूर्ण सिक्योरिटी इंस्टॉलेशन, आर्मी की फॉरवर्ड पोस्ट है। इसके अलावा आतंकी जवानों को भी टारगेट बना सकते हैं। यह अलर्ट सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस, जीआरपी, लोकल पुलिस और कई प्रदेशों की खुफिया इकाइयों को भेजे हैं। इसके बाद से ही चौकसी और कड़ी कर दी गई है और उसे लगातार बढ़ाया जा रहा है।