वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए उठाया गया ये कदम, आत्मनिर्भर भारत को भी मिलेगा बढ़ावा
नई दिल्ली: सरकार ने भारतीय वायुसेना के लिए 357 करोड़ रुपये की कुल लागत पर पांच साल के व्यापक वार्षिक रखरखाव अनुबंध (सीएएमसी) के साथ हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड से जगुआर विमान के लिए दो फिक्स्ड बेस फुल मिशन सिम्युलेटर (एफबीएफएमएस) खरीदने का अनुबंध किया है। यह सिमुलेटर जामनगर और गोरखपुर वायुसेना स्टेशनों में स्थापित किए जाएंगे।
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत देश रक्षा क्षेत्र में उन्नत अत्याधुनिक तकनीकों और प्रणालियों को स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्माण करने की अपनी शक्ति में लगातार बढ़ रहा है। एचएएल द्वारा फिक्स्ड बेस फुल मिशन सिम्युलेटर (एफबीएफएमएस) का निर्माण ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल को और बढ़ावा देगा। इस फैसले से देश में रक्षा उत्पादन और रक्षा उद्योग के क्षेत्र में स्वदेशीकरण में भी इससे बढ़ोत्तरी होगी।
रक्षा मंत्रालय प्रवक्ता के अनुसार संबद्ध उपकरणों के साथ पहले एफबीएफएमएस को वायु सेना स्टेशन जामनगर में अनुबंध से 27 महीने के भीतर पूरा किया जाएगा। दूसरा एफबीएफएमएस वायुसेना स्टेशन गोरखपुर में अनुबंध से 36 महीने के भीतर पूरा किया जाएगा। इन सिमुलेटरों की खरीद के साथ भारतीय वायुसेना उन्नत लंबी दूरी के हथियारों सहित पूरे ऑपरेटिंग क्षेत्र में विभिन्न आकस्मिकताओं के लिए पायलटों की उड़ान प्रशिक्षण गुणवत्ता उच्च मानकों तक बढ़ाएगी।