नागपुर. बड़ी विडंबना है कि देश के नेता राजनीति को साफ-सुथरा बनाने का दावा करते हैं लेकिन हकीकत इससे परे है। ऐसे लोग मंत्रिमंडल में हैं जिन पर हत्या, अपहरण, विनयभंग जैसे मामले दर्ज हैं। हालांकि सफाई यह दी जाती है कि जब तक अपराध साबित नहीं हो जाता किसी को दोषी नहीं कह सकते। फिलहाल एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में सनसनीखेज बात सामने आई है कि महाराष्ट्र में ही 20 मंत्रियों में से 13 पर आईपीसी की धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं। यह 65 फीसदी होता है। इसमें भाजपा के 7 और शिवसेना के 6 मंत्रियों को समावेश है। एडीआर ने देश के 28 राज्यों की विधानसभा और 2 केन्द्र शासित प्रदेशों के मंत्रिमंडल का अध्ययन किया जिसमें मंत्रियों की सम्पत्ति, अपराध, आयु, लिंग की विस्तृत जानकारी निकाली गई।
झारखंड दूसरे नंबर पर
रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र मंत्रियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के मामले में 65 प्रतिशत के साथ अव्वल है। यहां के 20 में से 13 मंत्रियों पर हत्या, अपहरण, विनयभंग जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। वहीं झारखंड 64 फीसदी के साथ दूसरे क्रमांक पर है। तेलंगाना के 59 मंत्रियों पर मामले दर्ज हैं। बिहार को भी इन 3 राज्यों ने पीछे छोड़ दिया है। बिहार के मंत्रिमंडल में 50 फीसदी मंत्रियों पर गंभीर प्रकार के आपराधिक मामले दर्ज हैं। तमिलनाडु 48 प्रतिशत के साथ पांचवे क्रमांक पर है।
40 प्लस ही मंत्री, 1 भी महिला नहीं
सभी राजनीतिक पार्टियां स्वच्छ छवि वाले सुशिक्षित युवाओं को प्रतिनिधित्व व जिम्मेदारी देने का दावा करती हैं। रिपोर्ट में सामने आया है कि देशभर में सर्वाधिक 200 यानी 36 प्रतिशत मंत्री 51 से 60 वर्ष आयुवर्ग से हैं। वहीं 143 यानी 26 फीसदी मंत्री की उम्र 61 से 70 के बीच है। 25 फीसदी 139 मंत्री 41 से 50 वर्ष आयुवर्ग के हैं। महाराष्ट्र सहित 9 राज्यों के मंत्रिमंडल में 1 भी महिला मंत्री नहीं है। 23 प्रतिशत मंत्री ग्रेजुएट और 23 प्रतिशत मंत्री पोस्ट ग्रेजुएट हैं।
सभी मंत्री करोड़पति
महाराष्ट्र के सभी 20 मंत्री करोड़पति हैं जिनकी सम्पत्ति लगभग 47.45 करोड़ है। सम्पत्तियों के मामले में कर्नाटक देश में अव्वल है। यहां के मंत्रियों की सम्पत्ति 73.09 करोड़ रुपये है। महाराष्ट्र इस संदर्भ में दूसरे क्रमांक पर है। विविध राज्यों के मंत्रियों में सबसे अधिक सम्पत्ति वाले 10 मंत्रियों की सूची में महाराष्ट्र के 2 मंत्रियों का समावेश है। यहां मंगलप्रभात लोढ़ा की सम्पत्ति 441 करोड़ और तानाजी सावंत की सम्पत्ति 206 करोड़ रुपये है।