ड्रग डिस्कवरी रिसर्च में वर्तमान रुझानों पर चर्चा हेतु सातवां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आज से
लखनऊ: सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट, लखनऊ अपने जानकीपुरम कैंपस में 20 से 23 फरवरी तक “ड्रग डिस्कवरी रिसर्च में वर्तमान रुझान” पर सातवे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है। तीन वर्षों के अंतराल में आयोजित होने वाला यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनसंस्थान की अंतरराष्ट्रीय पहचान बन चुका है जिसका सभी को इंतजार रहता है। यह सम्मेलन प्रमुख मानव रोगोंके लिए नई दवाओं की खोजके विषय में हुए अनुसंधानएवं विकास मेंहुई हालिया प्रगति कोसाझा कर चिकित्सा के नए दृष्टिकोणों पर चर्चा करने एवं उन्हें संबोधित करने हेतु एक मंच प्रदान करेगा । मेडिसिनल एवं नेचुरल प्रोडक्ट केमिस्ट्री जो औषधि अनुसंधान एवं विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है, पर चर्चा के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण मंच है।
सीटीडीडीआर-2019 औषधि अनुसंधान का होगा चार दिवसीय महाकुंभ
सम्मेलन के आयोजकों डॉ. संजय बत्रा (आयोजन सचिव) और डॉ. समन हबीब (सह-आयोजन सचिव) ने बताया कि सीटीडीडीआर-2019 में संक्रामक बीमरियों से लेकर जीवन-शैली संबंधी रोगों की विशाल रेंज कवर की जा रही है इन रोग-क्षेत्रों (डीजीज एरिया) में डीजीज बायोलॉजी एवं एवं उस से संबंधी चिकित्सा-थेरेपी में हुए कटिंग एज़ एड्वान्सेज से सभी प्रतिभागी रू-ब-रू हो सकेंगे। औषधि अनुसंधान के इस महाकुंभ में, भारत सहित बारह देशों के प्रतिष्ठित शोधकर्ता सम्मेलन में अपना काम(लेटेस्ट रिसर्च वर्क) प्रस्तुत करेंगे।देश-विदेश से आए चयनितयुवा वैज्ञानिक और शोध छात्र (पीएचडी स्टुडेंट्स) फ्लैश-टॉक और पोस्टर सत्र में अपने शोध-कार्य प्रस्तुत करेंगे। सम्मेलन में 450 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं एवं आमंत्रित व्याख्यान और फ्लैश-टॉक के अलावा 200 से अधिक शोध पोस्टर प्रदर्शित किए जा रहे हैं। प्रो. डैनियल ई. गोल्डबर्ग (वाशिंगटन यूनिवर्सिटी-सेंट लुइस, यूएसए) 20 फरवरी को शाम 4:00 बजे,मलेरिया परजीवी द्वारा बनाए प्लाज्मेप्सिंस एंजाइमको टार्गेट करते हुए मलेरिया के इलाज की दिशा में उनके अत्याधुनिक चिकित्सीय दृष्टिकोण पर उद्घाटन भाषण देंगे। इसके बाद अकादमिक और फार्मास्युटिकल उद्योग के महत्वपूर्ण विशेषज्ञ “कॉन्सेप्ट टू पॉइंट-केयर” पर एक विशेष सत्र में अपने विचार व्यक्त करेंगे। अगले तीन दिनों में अन्य सत्र मानव स्वास्थ्य की समस्याओंके समय रहते समाधान हेतु अभिनव और प्रभावोत्पादक समाधानों,उत्पादों, एवं प्रभवी चिकित्सा पद्धतियों जैसे विविध अनुसंधान क्षेत्रों को एक साथ एक मंच पर चर्चा कर औषधि अनुसंधान की बहुआयामी जटिलताओं को संबोधित करेंगे।