शाह ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन शुरू करने के लिए पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का शुभारंभ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। अपने ट्वीट में अमित शाह ने कहा कि नागरिकों को स्वस्थ, सुरक्षित व सम्मानपूर्ण जीवन देने हेतु मोदी सरकार निरंतर कटिबद्ध है। आज आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) का शुभारंभ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि पीएम-जेएवाई की सफलता के बाद अब एबीडीएम स्वस्थ भारत के संकल्प हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की संवेदनशीलता को दशार्ता है। एबीडीएम डिजिटल स्वास्थ्य इको सिस्टम के अंतर्गत सूचना-साझा करने हेतु एक आसान ऑनलाइन मंच तैयार करेगा, जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं सिर्फ एक क्लिक पर नागरिकों तक पहुंच सकेंगी। उन्होंने कहा, नागरिकों को स्वस्थ, सुरक्षित व सम्मानपूर्ण जीवन देने हेतु मोदी सरकार निरंतर कटिबद्ध है। आज आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का शुभारंभ करने के लिए नरेंद्र मोदी जी का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं। यह देश की स्वास्थ्य सेवाओं को और सशक्त व सुगम बनाने हेतु एक ऐतिहासिक पहल है।
शाह ने आगे कहा कि पीएम-जेएवाई की सफलता के बाद अब एबीडीएम स्वस्थ भारत के संकल्प हेतु नरेंद्र मोदी जी की संवेदनशीलता को दशार्ता है। एबीडीएम डिजिटल स्वास्थ्य इको सिस्टम के अंतर्गत सूचना-साझा करने हेतु एक आसान ऑनलाइन मंच तैयार करेगा जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं सिर्फ एक क्लिक पर नागरिकों तक पहुंच सकेंगी। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरूआत पीएम मोदी ने सोमवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए की।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने का पिछले सात साल से जारी अभियान, आज एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, आज हम एक मिशन शुरू कर रहे हैं, जिसमें भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में बहुत मदद मिली है। उन्होंने को-विन की सराहना करते हुए कहा कि सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन अभियान के तहत भारत में आज तक वैक्सीन की लगभग 90 करोड़ रिकॉर्ड डोज दिए जाने में को-विन की बहुत बड़ी भूमिका है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के उपयोग के विषय पर आगे बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में टेली-मेडिसिन का भी अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि अब तक ई-संजीवनी के जरिये दूर बैठकर लगभग 125 करोड़ परामर्श लिये गये हैं। यह सुविधा हर रोज देश के दूर-सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले हजारों देशवासियों को घर बैठे ही शहरों के बड़े अस्पतालों के डॉक्टरों से जोड़ रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, अब पूरे देश के अस्पतालों के डिजिटल हेल्थ समाधानों को एक-दूसरे से जोड़ेगा। इस मिशन से न केवल अस्पतालों की प्रक्रियाएं सरल होंगी, बल्कि इससे जीवन की सुगमता भी बढ़ेगी। इसके तहत अब देशवासियों को एक डिजिटल हेल्थ आईडी मिलेगी और हर नागरिक का स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिटल रूप से सुरक्षित रखा जाएगा।
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत एक ऐसे स्वास्थ्य मॉडल पर काम कर रहा है, जो समग्र भी है और समावेशी भी है। यह ऐसा मॉडल है, जिसमें बीमारियों को रोकने पर जोर दिया जाएगा यानी वह रोकथाम वाली स्वास्थ्य सुविधा हो। इसके अलावा बीमारी की स्थिति में इलाज सुलभ हो, सस्ता हो और सबकी पहुंच में हो। उन्होंने स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार की भी चर्चा की और कहा कि पिछले सात-आठ वर्षों की तुलना में आज डॉक्टरों और पैरा-मेडिकल की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।