उत्तर प्रदेशराज्य

शाह-योगी का लगातार 14 घंटे तक मंथन, सहयोगियों के साथ सीटों के बंटवारे पर चर्चा हुई

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कोर कमेटी की बैठक बुधवार को नई दिल्ली में हुई। इसमें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सहयोगियों के साथ सीटों के बंटवारे पर चर्चा हुई। यह बैठक लभगग 14 घंटे तक चली और देर रात 1:35 बजे खत्म हुई। इससे पहले मंगलवार को कोर कमेटी की पहली बैठक हुई जो लगभग 10 घंटे तक चली। अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बीजेपी कोर ग्रुप नेताओं की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या से विधानसभा चुनाव लड़वाने पर भी चर्चा हुई।

एएनआई के मुताबिक, बैठक में मौजूद नेताओं ने 172 सीटों के लिए उम्मीदवारों को भी अंतिम रूप दिया। खबरों की मानें तो इस संबंध में अंतिम फैसला गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में ही लिया जाएगा। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। बुधवार की बैठक में जिन निर्वाचन क्षेत्रों पर चर्चा की गई उनमें अयोध्या भी शामिल है। खबर है कि यहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम प्रस्तावित किया गया है। बता दें कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी आदित्यनाथ लगातार 5 बार गोरखपुर से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं।

मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया और विधान परिषद के सदस्य बन गए। दरअसल, पार्टी ने एक खास रणनीति के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा सहित योगी सरकार के कई ऐसे बड़े मंत्रियों को विधानसभा चुनाव में उतारने का फैसला किया है, जो वर्तमान में विधान परिषद के सदस्य हैं। कोर कमेटी की बैठक के दौरान निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद भी मौजूद थे। वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने भी सभी बीजेपी नेताओं से मुलाकात की और सीट बंटवारे पर चर्चा की।

2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपना दल को 11 जबकि ओमप्रकाश राजभर की पार्टी को 8 सीटें दी थीं। हालांकि, ओम प्रकाश राजभर अब समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा। उत्तर प्रदेश में अन्य चरणों में मतदान 14, 20, 23, 27 फरवरी, 3 और 7 मार्च को होगा।

Related Articles

Back to top button