प्रथम प्रयास में शिखा शुक्ला बनीं एसडीएम
बाकी है अभी आईएएस बनने का सपना
लखनऊ, 12 सितंबर, दस्तक टाइम्स, (ब्यूरो) : मां के सम्बल और पिता के आशीर्वाद से जीवन की कई बाधाओं को यूं ही हंसते-हंसते पार करने के बाद अब शिखा शुक्ला प्रांतीय सिविल सेवा के लिए चयनित हुईं। शिखा ने इस परीक्षा में 59 वीं रैंक हासिल की है। हालांकि पीसीएस बनने के बाद अभी उनकी तमन्ना भारतीय प्रसाशनिक सेवा में जाने यानि आईएएस बनने की है। हालांकि शिखा ने अपनी मेहनत और लगन से पहले ही प्रयास में पीसीएस की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा संचालित राज्य की सबसे बड़ी सेवा प्रांतीय सिविल सेवा पीसीएस 2018 का फाइनल रिजल्ट जारी हो गया है। जिसमें लखनऊ की शिखा शुक्ला, जो कानपुर से स्नातक हैं पीसीएस के अपने पहले ही प्रयास में एसडीएम बन एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। शिखा शुक्ला की प्राथमिक शिक्षा एलपीएस गोमतीनगर लखनऊ से हुई है। एसडीएम बनने के पहले शिखा शुक्ला 2012 में रिजर्व बैंक में सहायक के पद पर भी चयनित होकर तकरीबन डेढ़ वर्षो तक लखनऊ में कार्यरत रहीं। 2012 में ही शिखा शुक्ला का चयन बैंक पीओ में भी हो चुका था लेकिन शिखा ने इसे ज्वाइन नहीं किया था। इसके बाद एसएससी के तहत शिखा का चयन रेलवे बोर्ड में असिस्टेंट सेक्सन ऑफिसर के पद पर हुआ।
शिखा का लक्ष्य आईएएस बनकर देश और समाज की सेवा करना है। अब तक चार बार आईएएस की लिखित मुख्य परीक्षा दे चुकी हैं। साथ ही एक बार आईएएस का साक्षात्कार देने का भी मौका मिला। शिखा के पिता रामेंद्र कुमार शुक्ला ने काफी पहले ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। पिता की मृत्यु के बाद माता रजनी शुक्ला ने ही शिखा को पढ़ाया लिखाया। शिखा अपनी सफलता का श्रेय भी अपनी माता रजनी शुक्ला को ही देती हैं। शिखा अब भी आईएएस बनने का सपना देख रही हैं पीसीएस की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उनका विश्वास और दृढ हुआ है कि उनके प्रयास से एक दिन आईएएस बनने में भी वह जरुर सफल होगी।