शिवसेना किसकी, SC में सुनवाई आज, संविधान पीठ के गठन पर क्या होगा विचार…
नई दिल्ली/मुंबई. आज यानी बुधवार 3 अगुस्त को जहां महाराष्ट्र (Maharashtra) में बीते 54 दिन से जारी भयंकर सियासी संग्राम पर सुप्रीम कोर्ट में उद्धव ठाकरे (Udhhav Thackeray) और एकनाथ शिंदे गुट (Eknath Dhinde) की ओर से दाखिल कि गयीं 5 याचिकाओं पर जरुरी सुनवाई होनी है। वहीं खबर है कि इस अहम् सुनवाई से पहले एक बड़ी बेंच बनाई जा सकती है। दरअसल, बीते सुनवाई में चीफ जस्टिस एनवी रमना ने ऐसे ही संकेत दिए थे।आज शिंदे गुट की ओर से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे जबकि उद्धव गुट की ओर से कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी पेश होंगे।
हालाँकि खबर है कि चीफ जस्टिस एनवी रमना (Chief Justice NV Ramana), जस्टिस कृष्ण मुरारी (Justice Krishna Murari)और हिमा कोहली (Justice Hima Kohli) की बेंच आज इस मामले की सुनवाई करेगी।
गौरतलब है कि बाद में उद्धव ठाकरे गुट ने नई याचिका दाखिल कर यह मांग भी की है कि, SC शिवसेना के चुनाव चिह्न को आवंटित करने के लिए चुनाव आयोग में चल रही प्रक्रिया पर भी जरुरी रोक लगाए। इसके साथ ही उद्धव गुट की एक और याचिका में लोकसभा स्पीकर की कार्रवाई को भी चुनौती दी गई है। तो वहीं, इस याचिका में शिंदे पक्ष के सांसद राहुल शेवाले को लोकसभा में पार्टी के नेता और भावना गवाले को चीफ व्हिप के रूप में मान्यता दी जाने का पुरजोर विरोध किया गया है।
कोर्ट में इन याचिकाओं पर होनी है सुनवाई
शिंदे गुट के 16 बागी विधायकों की सदस्यता रद्द के नोटिस के खिलाफ दाखिल याचिका पर
डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के दाखिल हुए नोटिस पर
एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने और फ्लोर टेस्ट के खिलाफ दाखिल एक याचिका पर
शिंदे गुट को विधानसभा में शिवसेना दल के रूप मान्यता के खिलाफ दाखिल की गई याचिका पर
लोकसभा में शिंदे गुट को शिवसेना दल के रूप में मान्यता देने के खिलाफ भी की गई दाखिल याचिका पर
चुनाव चिन्ह पर बोले CM शिंदे
हालाँकि उधर महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने बीते मंगलवार 2 अगस्त को कहा कि लोगों द्वारा चुने जाने के लिए उन्हें चुनाव चिन्ह (Election Symbol) की जरूरत नहीं है। इस बाबत CMशिदें ने कहा, “किसने धोखा दिया? हमने या किसी और ने? हमने एक बार फिर शिवसेना का वही प्राकृतिक गठबंधन बनाया और यह सरकार आम लोगों की सरकार है।” CMएकनाथ शिंदे ने आगे कहा, “मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में बहुत काम किया है। इतना कि मुझे लोगों द्वारा चुने जाने के लिए अब किसी चुनाव चिन्ह की आवश्यकता नहीं है।”