शिवराज ने दी सरकार को चुनौती, एक भी योजना बंद नहीं होने दूंगा
शाहगंज : सत्ता से बेदखल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आपा खोते नजर आ रहे हैं। कहीं वे जनता दरबार लगा रहे हैं तो कहीं सरकार को एक भी योजना बंद नहीं होने देने की चुनौती देते नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद अब तक नेतृत्व ने उन्हें कोई काम नहीं दिया है और इससे उपजी उनकी बौखलाहट बार-बार नजर आ रही है।
लगातार बयानों से सुर्खियों में रह रहे शिवराजसिंह चौहान ने सीहोर के शाहगंज में पहुंचे शिवराज वहां मौजूद महिलाओं से कहा कि मैं आपको छोडक़र नहीं जाऊंगा। आपके साथ हूं। मेरे द्वारा चलाई गई एक भी योजना को बंद नहीं होने दूंगा। बहन-बेटियों से किए गए वादे को सरकार हर हाल में पूरा करना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे लिए बहन-बेटियां ही जनता जनार्दन है।
सत्ता से बेदखल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और जनता के बीच जाकर अपनी लोकप्रियता नेतृत्व तक पहुंचााने का भी प्रयास कर रहे हैं। कल शाहगंज में महिलाओं से घिरे शिवराज ने दार्शनिक अंदाज में कहा कि पार्टी का कोई बड़ा उद्देश्य होगा, इसलिए कभी कभी राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी वादे में जो भी कहा वे करेंगे। बेटे-बेटियों के लिए कोई कसर छोड़ी नहीं जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पहले ही एहसास था किउन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया जा सकता है, इसलिए उन्होंने अपने 74 बंगला स्थिति अपने एक बंगले को दूसरे बंगले के साथ जोडक़र विशाल बंगला बना लिया। अब कांग्रेस द्वारा सवाल उठाए जा रहे हैं कि दो बंगलों को एक करने के लिए कोई प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई। इसके साथ ही बंगले के नवीनीकरण पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए गए। दो बंगलों को एक कर देने से अब 74 बंगलों की जगह 73 बंगले रह गए हैं। अब कांग्रेस शिवराजसिंह चौहान के बंगले पर सवाल उठा सकती है।