क्या थायराइड मरीजों को खाने चाहिए चावल? जानें यहां
हैल्थ न्यूज डेस्क।। भारत में लोग ज्यादातर डिनर या लंच में दाल-चावल खाना पसंद करते हैं। वहीं कुछ लोगों का चावल के बिना पेट भरा हुआ ही नहीं लगता। हालांकि थायराइड में वजन कंट्रोल करना सबसे जरूरी होती है क्योंकि चावल में कैलोरी ज्यादा होती है, जिससे थायराइड और ब्लड शुगर लेवल में परिवर्तन आता है। इसलिए थायराइड मरीज इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि उन्हें चावल खाने चाहिए या नहीं। तो आइए जानते हैं इस पर एक्सपर्ट की क्या राय है?
क्या है थायराइड ?
इंसान के शरीर में थायराइड एक एंडोक्राइन ग्लैंड है जो गले में बटरफ्लाई के आकार का होता है। इससे थायराइड हार्मोन निकलता है जो शरीर में मेटाबॉलिज्म को सही लेवल में रखता हैं लेकिन जब यह हार्मोंन असंतुलित हो जाता है तो यह समस्या शुरु होने लगती है।
क्या थायराइड में चावल खाना चाहिए?
यदि बात करें एक्सपर्ट की राय की तो थायराइड मरीजों को चावल बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। क्योंकि चावल में ग्लूटेन प्रोटीन होता है जो एंटीबॉडीज को कम कर देता है। इसके साथ ही इससे थायरॉक्सिन हार्मोन भी असंतुलित हो जाते हैं, जिससे थायराइड की समस्या बढ़ सकती है।
थायराइड में चावल क्यों नुकसानदायक है?
- कॉर्बोहाइड्रेट कम और कैलोरीज ज्यादा होने के कारण भी थायराइड मरीजों को इससे दूर रहना चाहिए। इससे थायराइड के साथ टाइप-2 डायबिटीज और स्ट्रोक का खतरा भी काफी बढ़ जाता है।
2.चावल में मौजूद स्टार्च जल्दी पच जाता है जिससे भूख ज्यादा लगती है। वहीं वसा शरीर में फैट बढ़ाती है, जिससे वजन कम करना मुश्किल हो जाता है।
- वहीं, लंबे समय तक चावल खाने से थायराइड मरीजों में ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की समस्या भी देखने को मिलती है।
रोटी चावल से ज्यादा हेल्दी होती है
थायराइड मरीज चावल की बजाए अपनी डाइट में गेंहू, बाजरे से बनी रोटी को डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसमें चावल के मुकाबले ज्यादा फॉस्फोरस, कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम होता है। वहीं, रोटी में माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और फाइबर भी चावल के मुकाबले अधिक होता है।