दीपों से जगमगा रहा श्रीकृष्ण बलराम मंदिर, दीपदान करने पहुंच रहे हैं हजारों भक्त
जयपुर : भगवान श्रीकृष्ण के सबसे प्रिय कार्तिक मास में हरे कृष्ण महामंत्र एवं दीपदान का विशेष महत्व है। जगतपुरा का हरे कृष्ण मार्ग स्थित श्रीकृष्ण बलराम मंदिर दीपों से जगमगा रहा है। दीपदान के लिए हजारों श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण बलराम के नयनाभिराम विग्रह के दर्शन कर एवं दीपदान कर पुण्य प्राप्त कर रहे हैं। शनिवार को दीपदान के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। इसके अलावा पालकी उत्सव की भी बड़ी धूम रही। पूरे मंदिर परिसर को रंगबिरंगी बल्बों की झालरों से सजाया गया है।
मंदिर के अध्यक्ष अमितासन दास ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के लिए और भक्तों के लिए पवित्र कार्तिक मास का विशेष महत्व है। अनेक शास्त्रों पुराणों में भगवान श्रीकृष्ण के दामोदर स्वरूप एवं लीलाओं का मनमोहक वर्णन है। कार्तिक मास में हरि नाम संकीर्तन एवं हरे कृष्ण महामंत्र का जप विशेष कल्याणकारी माना गया है। इसलिए मंदिर में सांयकालीन आरती से लेकर शयन आरती तक उत्साह का वातावरण है। दीपदान में महिलाएं पुरुष और बच्चे उत्साह से पहुंच रहे हैं, और दीपदान कर पुण्य का भागी बन रहे हैं।
मंदिर में मुख्य संकीर्तन हाल में भगवान श्रीकृष्ण के बचपन की बाल-लीलाओं पर आधारित दामोदर स्वरूप की आकर्षक झांकी सजाई गई है। इस नयनाभिराम मनोहारी झांकी के दर्शन के लिए और भगवान के दामोदर स्वरूप को देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। यह सजीव झांकी आकर्षण का केंद्र है। श्रीकृष्ण बलराम मंदिर में शनिवार शाम को पालकी उत्सव का अनूठा नजारा रहा। जिसमें भगवान श्री गौर निताई को एक सुसज्जित पालकी में मुख्य मंदिर के हॉल में दर्शन के लिए लाया गया। पालकी के आगे हरे कृष्ण महामंत्र एवं हरिनाम संकीर्तन करते भक्तगण नृत्य करते चल रहे थे।