जमात मौत न बांटे, बाहर निकलें और जिंदगी देने का काम करें: श्रीकांत शर्मा
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने बुधवार को कहा कि समय की मांग है कि अब छुपे हुए जमाती बाहर निकलें और पुलिस को सूचना दें ताकि उनका पूरा इलाज हो सके। कोरोना एक बीमारी है, यह जाति या धर्म के हिसाब से अटैक नहीं करती है। अपनी और अपनों की सुरक्षा के लिए जमात से जुड़े लोग सामने आएं और सहयोग करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बुधवार को शक्तिभवन से देवीपाटन मंडल के गोंडा, बलरामपुर, बहराइच व श्रावस्ती जनपदों की विद्युत आपूर्ति की समीक्षा की। उन्होंने सभी जिलों के सांसदों, विधायकों से भी आपूर्ति के संबंध में फीडबैक लेकर तत्काल अधिकारियों को उनका निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने ऊर्जा परिवार के कर्मिकों द्वारा कोरोना महामारी के संकट काल में प्रतिबद्धता से किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा भी की। वीडियो कांफ्रेंसिंग में मंडल के सभी जनपदों के जूनियर इंजीनयर स्तर तक के सभी अधिकारी शामिल रहे।
ऊर्जा विभाग के कोरोना वारियर्स की प्रशंसा कर उनका हौसला बढ़ाया
वीडियो कांफ्रेंसिंग में शामिल सभी जनप्रतिनिधियों ने भी ऊर्जा विभाग के कोरोना वारियर्स के कार्यों व उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा कर उनका हौसला बढ़ाया। ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपदों के स्टोर में तार और पोल की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें। गर्मियां बढ़ रही हैं ऐसे में सभी वर्कशॉप्स की अलग से समीक्षा कर ली जाए, जिससे कहीं कोई तकनीकी दिक्कत आये तो उसे समय से ठीक कर लिया जाए और आम लोगों को समस्या का सामना न करना पड़े।
कर्मचारियों की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं
उन्होंने अधिकारियों को सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायतों को सुनने, उनके निस्तारण पर जवाब व किसी प्रकार की आपूर्ति संबंधी समस्या का सामना न करना पड़े। 1912 की शिकायतों पर भी त्वरित गति से निस्तारण किया जाना शुनिश्चित किया जाये। उन्होंने सभी उपकेंद्रों पर सुरक्षा संबंधी प्रोटोकॉल व एहतियात बरतने के निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। कहा कि कर्मचारियों की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए।
संविदा श्रमिकों को वेतन समय से दिए जाने के निर्देश
उन्होंने कहा कि उपभोक्ता संबंधी समस्याओं के निस्तारण में किसी भी प्रकार की ढिलाई स्वीकार नहीं की जाएगी। ऊर्जा परिवार के सदस्यों ने जिस तरह लॉकडाउन-1 में काम के मानक बनाये थे उसी प्रकार लॉकडाउन-2 में भी अपनी प्रतिबद्धता पर खरा उतरना है। संविदा श्रमिकों के वेतन समय से दिए जाने के निर्देश दिए। यह भी कहा कि कहीं कोई समस्या है तो उच्चाधिकारियों को जरूर बताएं। किसी भी संविदाकर्मी की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए कि उसका वेतन समय से नहीं मिला।